Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Sunday, June 1

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

मोदी सरकार के कुप्रबंधन के कारण देश की अर्थव्यवस्था तबाही की ओर : सुशील आनंद शुक्ला

मोदी राज में रूपया इतिहास में सबसे निंचले स्तर पर डालर के मुकाबले रूपया गिरने से महंगाई तेजी से बढ़ेगी रायपुर।  मोदी सरकार की आर्थिक कुप्रंबध...


मोदी राज में रूपया इतिहास में सबसे निंचले स्तर पर

डालर के मुकाबले रूपया गिरने से महंगाई तेजी से बढ़ेगी

रायपुर।  मोदी सरकार की आर्थिक कुप्रंबधन के कारण देश की अर्थव्यवस्था लगातार तबाही की ओर बढ़ती जा रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार ने रुपए को इतिहास में सबसे कमजोर कर दिया है। रूपया 1 डॉलर के मुक़ाबले 82 पार करने पर तुला हुआ है। पिछले 12 महीनों में रुपए के मूल्य में 12 प्रतिशत से ज़्यादा गिरावट हो गयी है। मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में रूपया 1 डॉलर के मुक़ाबले 24 रुपए (43.5 प्रतिशत) तक गिरा है। मोदी के राज में भारत की विदेशी मुद्रा भंडार पिछले 1 महीने में 26 बिलियन डॉलर कम हुआ, 1 साल में 642 बिलियन डॉलर से गिरकर 545.5 बिलियन डॉलर पर पहुँचा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि लगातार रुपए के गिरने से महंगाई और बढ़ी, लोन की किश्तें भी बढ गयी है। अब 1 अमरीकी डॉलर के बदले 81.47 रुपए देने होंगे। लग रहा है मोदी जी पेट्रोल की तरह रूपये से भी शतक लगवाने के लिए बेताब हैं। मोदी जी की असीम अनुकम्पा से रुपया निरंतर कमजोर होते हुए इतिहास में सबसे कमज़ोर बन गया है और जो गिरती साख की बात करते थे, ना जाने किस गड्ढे में गोता खा रही आबरू को अब ढूँढ ही नहीं पा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रुपया कमजोर होने का मतलब है। विदेश से समानों आयात की लागत बढ़ना। जैसे - कोई सामान विदेश से 1 डॉलर में आता है तो 2013 में हमें 58 रुपए चुकाने होते थे वहीं, अब इसी सामान के 82 रुपए चुकाने होंगे, पूरे 9 रुपए ज्यादा।  जब कोई सामान विदेश से 9 रुपए ज्यादा कीमत पर देश में आएगा, तो लोगों को भी महंगे दाम पर मिलेगा। जैसे - भारत 80 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है, अब यह महंगे दाम पर भारत आएगा। तेल महंगा होगा, तो महंगाई बढ़ेगी; आख़रि डीज़ल के ट्रकों से ही ज़्यादातर माल (फल, सब्ज़ी, खाद्यान्न, और अन्य चीजें) ढोए जाते हैं, तो उसकी लागत बढ़ जाएगी। इसकी वजह से चीजें महंगी होंगी।



No comments

छत्तीसगढ़ में होगी शिक्षकों की भर्ती, प्रथम चरण में 5,000 पदो...

‘विकसित छत्तीसगढ़’ के रोडमैप पर रखें फोकस : मुख्यमंत्री विष्ण...

मोदी ने दी मध्यप्रदेश को कई सौगातें, इंदौर मेट्रो हुई शुरु

आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा और सबसे सफल ऑपरेशन है सिंदूर…

दुर्ग जिले में शिक्षकों की पोस्टिंग में असंतुलन से प्रभावित...

रानी अहिल्याबाई नारी सशक्तिकरण की जीवंत प्रतीक: मंत्री राजव...

दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना से आत्मनिर्भर बनीं भुनेश्वरी

मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना : भारती साहू के लिए बन...

सुशासन तिहार जनता की समस्याओं के समाधान का अभियान : मुख्यमंत...

PM मोदी ने बस्तर की डॉ जयमति कश्यप को किया सम्मानित