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जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम लोगों की चिंता कौन करेगा : नीलू शर्मा

अपराधियों के हौसले इतने बुलंद, की पुलिस पर भी हमला कर रहे हैं रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने जांजगीर-चांपा जिले...


अपराधियों के हौसले इतने बुलंद, की पुलिस पर भी हमला कर रहे हैं
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने जांजगीर-चांपा जिले में एक मामले की विवेचना करने पहुंची पुलिस पर आरोपी परिवार के लोगों द्वारा एकाएक किए गए हमले के मामले में लगभग साढ़े तीन माह बाद हुई गिरफ्तारी पर हैरत जताते हुए इसे प्रदेश सरकार और गृह मंत्रालय की लचर कार्यप्रणाली का शर्मनाक नमूना बताया है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जब अपने पुलिस जवानों की ही सुरक्षा के मामले में नाकारा हो चली है तो आम लोगों की सुरक्षा की उम्मीद रखना बेमानी ही है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री शर्मा ने कहा कि सत्ता-संरक्षण में पनप रहे अपराधों ने पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल निर्मित कर रखा है। कानून के राज का खौफ पैदा करने में बुरी तरह विफल इस प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कदम-कदम पर असुरक्षा के भाव से दहशत जदा कर रखा है। जांजगीर-चांपा जिले की वारदात इस बात को रेखांकित करती है कि प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर लापरवाही की इंतिहा कर रही है। पुलिस टीम को ही अपनी जान बचाकर भागने की नौबत जिस प्रदेश सरकार के शासनकाल में आजाए तो ऐसी निकम्मी सरकार को एक पल भी सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं रह जाता है। श्री शर्मा ने कहा कि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में साढ़े तीन महीने का समय लग जाना भी हैरतभरा है। इससे यह आशंका की पुष्टि होती है कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और इसलिए आपराधिक प्रवृत्ति के लोग सरेआम मारपीट, हमले जैसी वारदात करके लोगों में अपनी दहशतगर्दी का जंगलराज चला रहे हैं।
जांजगीर-चांपा का मामला चरमराती कानून-व्यवस्था एक नमूना
श्री शर्मा ने जांजगीर-चांपा के मामले को चरमराती कानून-व्यवस्था एक नमूना बताते हुए कहा कि अमूमन पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था को इसी तरह खुली चुनौती दी जा रही है और स्मार्ट पुलिसिंग की जुमलेबाजी में मशगूल प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू इन अपराधों के इजाफे को कानून-व्यवस्था का मसला मानने को तैयार ही नहीं हैं। जिस तरह से पूरे प्रदेश में पुलिस पर लगातार हमला होने की खबरें आम हो रही है इससे अब यह मांग उठने लगी है कि पुलिस सुरक्षा कानून बनाया जाए। लगातार बढ़ते घटनाओं से पुलिस भी व्यथित है और प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तरफ से कोई कठोर कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ तो नहीं है।

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