रायपुर, 27 जून। मैट्स विश्वविद्यालय के पंडरी स्थित सिटी कैंपस में फैशन डिज़ाइनिंग और इंटीरियर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थि...
रायपुर, 27 जून। मैट्स विश्वविद्यालय के पंडरी स्थित सिटी कैंपस में फैशन डिज़ाइनिंग और इंटीरियर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा को मंच प्रदान करते हुए “द डिज़ाइन फेस्ट – 2025” का रंगारंग शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। मैट्स स्कूल ऑफ फैशन डिज़ाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित यह तीन दिवसीय उत्सव 27 से 29 जून तक आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अनामिका सिंह (स्त्री रोग विशेषज्ञ, भाजपा पार्षद, MIC सदस्य एवं राज्य अध्यक्ष - मेडिकल सेल) विशेष रूप से उपस्थित रहीं। समारोह में कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. डॉ. के. पी. यादव, महानिदेशक श्री प्रीयेश पगारिया, प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती दीपिका धंद, कुलसचिव श्री गोकुलानंद पांडा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।
इंटीरियर डिज़ाइन में शैबी शीक़ से लेकर लैंडस्केप तक का सफर
प्रदर्शनी में बी.एससी. इंटीरियर डिज़ाइनिंग प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने “शैबी शीक़ स्टाइल” में 1 बीएचके रेजिडेंस का ऐसा नमूना प्रस्तुत किया जिसमें हल्के गुलाबी, मिंट ग्रीन और सफेद लकड़ी के फर्नीचर के माध्यम से सौंदर्य, सादगी और परंपरा का सुंदर संगम देखने को मिला।
द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत “द ब्राउन बीन” नामक कैफे डिज़ाइन ने दर्शकों को विशेष रूप से आकर्षित किया। लकड़ी की सजावट, भूरे रंगों की विभिन्न छायाएं और लेजर कट डिज़ाइनों के माध्यम से रौशनी और छाया के खेल ने इंटीरियर डिज़ाइन की बारीकियों को प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया।
वहीं अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने अपने व्यावसायिक कौशल का परिचय देते हुए लैंडस्केप स्क्रीन, गार्डन फर्नीचर, डाइनिंग सेट्स, कस्टम टेबल और कुर्सियों जैसे डिज़ाइन के माध्यम से भविष्य की संभावनाओं को नया आयाम दिया।
फैशन रैंप पर थिरकी थीम आधारित रचनात्मकता
फैशन शो में विद्यार्थियों ने अपने नवीनतम कलेक्शनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ब्राइडल वेयर की पारंपरिक भव्यता से लेकर बनारसी थीम की सांस्कृतिक गहराई, टैपेस्ट्री थीम की कलात्मक बुनावट — जिसमें हर धागा एक कहानी कहता है — और बर्ड्स-थीम पर आधारित निटवियर ने स्वतंत्रता और उड़ान का भाव मंच पर उतारा।
इसके अलावा एब्स्ट्रैक्ट थीम ने रूप और रंग की सीमाओं को तोड़ा, नियॉन थीम ने आधुनिकता और साहस का परिचय दिया, तो फ्यूज़न थीम ने मिस्र की सभ्यता, रेत और फरोहों की सौंदर्यता को परिधानों में जीवंत कर दिया।
रोज़गार और उद्यमिता के नए द्वार
विभागाध्यक्ष श्रीमती परविंदर कौर ने बताया कि "द डिज़ाइन फेस्ट" विद्यार्थियों के लिए केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि उनके भविष्य के करियर के लिए एक व्यावसायिक लॉन्चपैड है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत समस्त डिज़ाइनों की संकल्पना, परिकल्पना और निर्माण स्वयं छात्रों द्वारा किया गया है। यह आयोजन उन्हें आत्मनिर्भर बनने, स्टार्टअप और डिज़ाइन इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने की प्रेरणा देता है।
उत्सव के पहले दिन को मिली सराहना
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने विद्यार्थियों की प्रतिभा और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि फैशन और इंटीरियर डिज़ाइन के क्षेत्र में ऐसे आयोजनों से नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है। विद्यार्थियों ने न केवल अपना शैक्षणिक कौशल प्रस्तुत किया बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों को भी रचनात्मकता से अभिव्यक्त किया।
फेस्ट की अंतिम झलक की प्रतीक्षा
“द डिज़ाइन फेस्ट – 2025” के अगले दो दिन भी रचनात्मकता, नवाचार और प्रदर्शन की दृष्टि से खास रहने वाले हैं। फैशन शो, लाइव प्रोजेक्ट्स और संवाद सत्रों के माध्यम से विद्यार्थियों को अपने काम को पेशेवर दर्शकों के समक्ष रखने का अवसर मिलेगा।
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