अंबिकापुर। सरगुजा जिले में जंगली हाथियों की निगरानी का वन विभाग का दावा लगातार फेल साबित हो रहा है। प्रचंड गर्मी में जंगल में चारा, पानी...
अंबिकापुर। सरगुजा जिले में जंगली हाथियों की निगरानी का वन विभाग का दावा लगातार फेल साबित हो रहा है। प्रचंड गर्मी में जंगल में चारा, पानी की कमी होने के कारण जंगली हाथी आबादी क्षेत्रों के नजदीक पहुंच रहे हैं। बुधवार की भोर में दल से बिछड़ा एक जंगली हाथी अंबिकापुर शहर से 12 किलोमीटर दूर ग्राम परसा के समीप पहुंच गया। भोर में खेत की ओर जा रहा धड़ाई पैकरा नामक व्यक्ति हाथी के सामने आ गया। अचानक हाथी को सामने देख ग्रामीण भाग नहीं सका। हाथी ने उसे सूड़ से उठाकर पटक दिया। पैरों से कुचलने के कारण व्यक्ति की मौत हो गई। सुबह गांव वालों ने खेत में उसकी लाश देखी। सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंच चुकी है।ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम परसा व आसपास के क्षेत्र में लगातार हाथी आ रहे हैं लेकिन वन विभाग इसकी निगरानी नहीं करता। कुछ महीने पहले भी एक हाथी ने इसी पंचायत के एक व्यक्ति को कुचल कर मार दिया था। हाथी के आने की भनक तक किसी को नहीं थी। हाथी किधर से आया और ग्रामीण को कुचल मार डालने के बाद किस ओर चला गया इसकी जानकारी तक वन विभाग को नहीं है। घटना के बाद वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मैदानी कर्मचारियों को हाथियों के लोकेशन का पता लगाने कहा गया है। बताया जा रहा है कि तीन से चार हाथी पिछले कई दिनों से अंबिकापुर शहर से लगे सकालो और कल्याणपुर जंगल में जमे हुए हैं। अंधेरा होने के बाद यही हाथी चारा- पानी की जुगाड़ में बस्ती के आसपास पहुंच रहे हैं। पिछले दिनों इसी हाथी ने कल्याणपुर के नजदीक एक महिला को कुचल कर मार डाला था। संभावना जताई जा रही है कि यही हाथी बुधवार की भोर में ग्राम परसा की ओर पहुंच गया होगा। वन विभाग द्वारा मृतक के स्वजन को आर्थिक सहायता राशि देने की तैयारी की जा रही है।
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