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माओवादी का खुलासा: देश में आतंक फैलाने के लिए माओवादियों ने बनाई यूनिफाइड कमांड

 झारखंड। झारखंड में माओवादियों ने फिर से अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इस बार माओवादियों ने पूरे देश में आतंक फैलाने की साजिश रची है। भाकपा (माओ...

 झारखंड। झारखंड में माओवादियों ने फिर से अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इस बार माओवादियों ने पूरे देश में


आतंक फैलाने की साजिश रची है। भाकपा (माओवादी) ने पुलिस बलों की तर्ज पर यूनिफाइड कमांड का गठन किया है। हाल में गिरफ्तार 25 लाख के इनामी माओवादी और स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य प्रद्युम्न शर्मा ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष माओवादी संगठन की भावी योजनाओं का खुलासा किया है।बता दें कि हजारीबाग में प्रद्युम्न शर्मा के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं. हजारीबाग पुलिस इन कांडों में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. प्रद्युम्न हजारीबाग पुलिस के हत्थे चढऩे के पहले 1997 में जहानाबाद के घोसी, 2005 में पटना के मसौढ़ी, 2009 में लातेहार थाना, 2010 में जहानाबाद के मखदुमपुर थाना और 2012 में गया के गया थाना से जेल जा चुका है. साल 2015 में जेल से छूटने के बाद वह दोबारा माओवादी संगठन में सक्रिय हो गया था। बिहार और झारखंड में आतंकी गतिविधियों का किया खुलासा पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रद्युम्न ने बताया कि यूनिफाइड कमांड के गठन के साथ-साथ संगठन का पू्र्ण गठन, संगठन को जोडऩा व हाल में लगे झटकों से पार्टी संगठन को उभारने के काम में वह लगा हुआ था. यूनिफाइड कमांड के तहत अलग-अलग राज्यों में सक्रिय माओवादियों को जोड़कर एक संयुक्त बल बनाने की योजना है। प्रद्युम्न ने स्वीकार किया है कि उसके छत्तीससगढ़ में सक्रिय माओवादी हिडिंबा, गनगना और अशोक रेड्डी के साथ संपर्क थे। प्रद्युम्न शर्मा ने पुलिस की पूछताछ में बिहार और झारखंड के अपने सहयोगियों के नाम भी बताए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने बताया कि बिहार के गया जिले का एक चर्चित व्यक्ति संगठन को आग्नेयास्त्र और विस्फोटकों की आपूर्ति करता है. वहीं मगध जोन में नवादा रजौली के कैलाश यादव और विनोद यादव से लेवी ली जाती है, जबकि जहानाबाद का राकेश साव व पटना के मसौढ़ी का मधिर उर्फ अली इमाम लेवी की राशि की वसूली माओवादियो के लिए करता है। हथियार चलाने और विस्फोटक बनाने का दिया जा रहा है प्रशिक्षण प्रद्युम्न शर्मा ने बताया है कि झारखंड के सारंडा और बूढ़ापहाड़ में माओवादियों का सैन्य कैंप चलाता है। इन कैंप में माओवादियों को हथियार चलाने और विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण की जिम्मेवारी मध्य जोन में आभास भुइयां की थी. अब माओवादियों को कोयल शंख जोन में रवींद्र गंझू, मध्य जोन में मनोहर और अमर गंझू ट्रेनिंग देते हैं। उसने बताया कि बम लगाने की ट्रेनिंग माओवादियों को विश्वनाथ ने दी है। प्रद्युम्न शर्मा ने भाकपा माओवादी के अग्रणी संगठनों के बारे में भी जानकारी दी है। उसने बताया है कि आरडीएफ, पीडीएफ, नारी मुक्ति संघ, बुद्धिजीवी मंच और सांस्कृतिक टीम संगठन के विचारों के प्रचार में लगे रहते हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो से लेकर संगठन के जोनल स्तर के कई पदाधिकारियों के नाम भी बताए हैं।

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