रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में ‘स्वच्छता ही सेवा 2025’ अभियान के तहत सफाईमित्रों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्या...
रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में ‘स्वच्छता ही सेवा 2025’ अभियान के तहत सफाईमित्रों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण पर केंद्रित पांच दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। यह कार्यशाला 14 से 18 अक्टूबर तक चलेगी, जिसका उद्देश्य सफाईकर्मियों के स्वास्थ्य संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव ने किया। इस मौके पर डीन (छात्र कल्याण) डॉ. मनोज कुमार चोपकर, डॉ. डी. सी. झारिया, डॉ. तीरथ प्रसाद साहू, डॉ. बी. एन. बाग, सहयोग क्लब की फैकल्टी इन-चार्ज डॉ. मधुकृष्णा प्रियदर्शिनी, समन्वयक डॉ. आशीष कुमार दास और डॉ. सौम्या अग्रवाल सहित सफाईकर्मी और छात्र उपस्थित रहे।
उद्घाटन सत्र में डॉ. आशीष कुमार दास ने कहा कि हमारे सफाईमित्र असली नायक हैं, जो न केवल स्वच्छता बनाए रखते हैं बल्कि स्वस्थ समाज की नींव रखते हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मकसद स्वच्छता के साथ स्वास्थ्य की सुरक्षा को भी प्राथमिकता देना है।
डॉ. डी. सी. झारिया ने सफाईकर्मियों को “स्वच्छता के सिपाही” बताया और कहा कि उनकी सेवा राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देती है। उन्होंने कहा कि यदि हर परिवार स्वच्छ रहेगा, तो पूरा देश स्वस्थ बनेगा।
मुख्य अतिथि डॉ. रमना राव ने सफाईमित्रों को समाज का अभिन्न अंग बताया। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी वे लोग हैं जिनके बिना स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि सफाईकर्मियों को हेपेटाइटिस, टायफाइड और टीबी जैसी बीमारियों से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। साथ ही, उन्होंने सफाईकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य और सरकारी योजनाओं की जानकारी तक उनकी पहुंच पर भी जोर दिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. मधुकृष्णा प्रियदर्शिनी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इसके बाद कार्यशाला के तकनीकी सत्रों की शुरुआत हुई।
पहले सत्र में डॉ. दुर्गेश शर्मा (एमपीटी, बाल रोग), रोल एंड क्रॉल क्लिनिक, दुर्ग ने सफाई के सुरक्षित तरीकों और शरीर की सही मुद्रा बनाए रखने के उपाय बताए।
दूसरे सत्र में डॉ. सुप्रिया गुप्ता (एमपीटी, न्यूरोलॉजी), न्यूरोमोशन रिहैबिलिटेशन क्लिनिक, दुर्ग ने सफाईकर्मियों की क्रॉनिक पेन और मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की और योग-व्यायाम सत्र आयोजित किया।
डॉ. समीर मित्तल, ऑर्थोपेडिक सर्जन, सुयश हॉस्पिटल, रायपुर ने आर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे दीर्घकालिक रोगों की रोकथाम पर जानकारी दी।
कार्यशाला के दौरान हेल्थ चेकअप कैंप भी आयोजित हुआ, जिसमें एएसजी आई हॉस्पिटल द्वारा नेत्र परीक्षण, सिकल सेल संस्थान द्वारा सिकल सेल टेस्ट और फिजियोथेरेपी परामर्श जैसी सेवाएं दी गईं। सफाईमित्रों ने स्वास्थ्य जांच और जागरूकता सत्रों में सक्रिय भागीदारी की।
यह आयोजन एनआईटी रायपुर की सामाजिक जिम्मेदारी और सफाईकर्मियों के सम्मान, सुरक्षा और कल्याण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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