Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Monday, June 2

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

शहरी बस्तियों के राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण की होगी शुरूआत

    00 मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री चौहान रायसेन से करेंगे शुभारंभ भोपाल। केन्द्र सरकार के ग्रामीण विकास...

  

00 मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री चौहान रायसेन से करेंगे शुभारंभ
भोपाल। केन्द्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग ने 26 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के 152 शहरी स्थानीय निकायों में शहरी बस्तियों के राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण (नक्शा) नामक एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 18 फरवरी को रायसेन में कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्यमंत्री डॉ. चन्द्रशेखर पेम्मासानी, प्रदेश के मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नारायण सिंह पवार, सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी, केन्द्रीय सचिव भूमि संसाधन श्री मनोज जोशी, संयुक्त सचिव श्री कुणाल सत्यार्थी उपस्थित रहेंगे। नक्शा कार्यक्रम का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में भूमि रिकॉर्ड बनाना और उन्हें अपडेट करना है, ताकि भूमि स्वामित्व का सटीक और विश्वसनीय दस्तावेज़ीकरण सुनिश्चित किया जा सके। यह पहल नागरिकों को सशक्त बनाएगी, जीवन को आसान बनाएगी, शहरी नियोजन को बढ़ाएगी और भूमि संबंधी विवादों को कम करेगी। संपत्ति रिकॉर्ड प्रशासन के लिए आईटी-आधारित प्रणाली पारदर्शिता, दक्षता को बढ़ावा देगी और सतत विकास का समर्थन करेगी। नक्शा शुभारंभ कार्यक्रम में ड्रोन उड़ाए जाएंगे। मानक संचालन प्रक्रिया पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा। नक्शा कार्यक्रम पर वीडियो एवं फ्लायर जारी किए जाएंगे। वाटर शेड यात्रा को हरी झंडी दिखाई जाएगी। वाटर शेड वीडियो का प्रदर्शन किया जाएगा तथा वाटरशेड गान बजाया जाएगा। सर्वे ऑफ इंडिया नक्शा कार्यक्रम के लिए तकनीकी भागीदार है, जो हवाई सर्वेक्षण करने और राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को तीसरे पक्ष के विक्रेताओं के माध्यम से ऑर्थोरेक्टीफाइड इमेजरी प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम (एमपीएसईडीसी) द्वारा एंड-टू-एंड वेब-जीआईएस प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा और भंडारण सुविधाएं राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र सेवा इंक (एनआईसीएसआई) द्वारा प्रदान की जाएंगी।

No comments

बस्तर संभाग में 1611 शालाओं का युक्तियुक्तकरण, अब बच्चों को ...

मुख्यमंत्री श्री साय से केन्द्रीय मंत्री श्री चिराग पासवान न...

कर चोरी करने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध स्टेट जीएसटी की बड़...

छत्तीसगढ़ को मीडिया जगत में मिलेगी नई पहचान: मुख्यमंत्री विष...

देश,धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए दशोरा नागर समाज ने कई आ...

रेरा का बड़ा फैसला: प्रमोटर को 28 लाख रुपए ब्याज सहित लौटान...

राज्यपाल डेका से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने की सौजन्य भेंट

महतारी वंदन योजना की 16 वीं किश्त के तहत 648 करोड़ रुपये की स...

प्लास्टिक मुक्त रायपुर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी – अरुण साव

औषधि परीक्षण में 03 दवाएं अमानक, नशीली दवाओं के खिलाफ छापेमा...