हल्द्वानी । हल्द्वानी हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। कर्फ्यू को ल...
हल्द्वानी
। हल्द्वानी हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए
रखने के लिए शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। कर्फ्यू को लेकर शनिवार सुबह
बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। वनभूलपुरा में हिंसा भड़कने के बाद
हल्द्वानी में लगे कर्फ्यू में ढील दी गई है। वर्तमान हालातों के मद्देनजर
36 घंटे बाद कर्फ्यू के दायरे को हिंसाग्रस्त इलाके के आस-पास तक सीमित कर
दिया गया है। जबकि, प्रशासन की ओर से शहर के अन्य हिस्सों में वाहनों के
संचालन और दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। अब सिर्फ वनभूपुरा से
आर्मी कैंट, तिकोनिया तक ही रहेगा कर्फ्यू रहेगा। जिला मजिस्ट्रेट ने इस
आशय के आदेश जारी करते हुए आदेश का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी
कार्रवाई की चेतावनी दी है। एडीजी एपी अंशुमन ने बताया कि हल्द्वानी के
वनभूलपुरा इलाके में हुई घटना के बाद हल्द्वानी में हालत सामान्य हैं।
बाहरी क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा दिया गया है। केवल वनभूलपुरा क्षेत्र में
कर्फ्यू जारी है। उपद्रवियों की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है।
कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों गैस की आपूति सुचारू
हल्द्वानी
में कर्फ्यू क्षेत्र के अलावा अन्य स्थानों में रसोई गैस की आपूर्ति
सुचारू कर दी गई है। कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक एपी बाजपेई ने
बताया कि कर्फ्यू क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों रसोई गैस की आपूर्ति सुचारू
है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवा बाधित होने के चलते वर्तमान में ऑनलाइन
गैस बुकिंग की सुविधा बंद है। ऐसे में उपभोक्ता गैस एजेंसी में सीधे संपर्क
कर गैस की बुकिंग करा सकते हैं। एमडी ने कहा कि इंटरनेट सेवा सुचारू होने
तक उपभोक्ता गैस एजेंसी में जाकर अथवा कॉल करके गैस बुक करा सकते हैं।
असमंजस के बीच शहर के चौराहों पर पुलिस का पहरा
हल्द्वानी
के वनभूलपुरा में हुए उपद्रव के बाद गुरुवार रात से कफ्र्यू लगा दिया गया
था। जिसके चलते हल्द्वानी शहर में रात नौ बजे से लेकर शुक्रवार को दिनभर
शहरवासी असमंजस की स्थिति में रहे। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कई
प्रतिष्ठान बंद रहे। वनभूलपुरा लाइन नंबर एक से 17 तक सबसे अधिक सन्नाटा
पसरा रहा। इधर, मुख्य बाजार, कालाढूंगी रोड, मुखानी क्षेत्र, बरेली रोड,
रामपुर रोड में कोई दुकान नहीं खुली। एहतियात के तौर पर वाहनों को भी शहर
के बाहर से गुजारा गया। शासन प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों की
आवाजाही दिनभर रही। सबसे अधिक बैठकें थाना वनभूलपुरा में हुईं। शहर के हर
चौक-चौराहे पर पुलिस का पहरा लगा रहा।
पुलिस को सुस्ताने का भी नहीं मिला वक्त
उपद्रव
से जूझते रहे पुलिसकर्मियों को नींद तो दूर घड़ी भर का आराम भी नसीब नहीं
हुआ। अफसरों के शहर में होने के कारण सभी को अलर्ट मोड पर रखा था। जो घायल
हुए थे वो सिर, हाथ, पैर, आंख, में पट्टी बांधकर ड्यूटी करते मिले। जबकि,
महिला पुलिसकर्मियों को पुलिस वाहन में ही सुस्ताना पड़ा।
दिनभर सुनसान रहा मुखानी चौराहा
कर्फ्यू
के चलते शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा मुखानी दिनभर खाली रहा। चौराहे पर दो
से तीन पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए थे। सुबह आठ बजे से ही मुखानी चौराहे
से कालूसिद्ध मंदिर की तरफ सड़क के बाईं ओर वाहनों का संचालन बंद रखा गया।
कालाढूंगी या अन्य क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को विवेकानंद अस्पताल वाली
रोड से गुजारा गया। हालांकि वाहनों की संख्या न के बराबर दिखी।
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