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विदेश में बस चुके छत्‍तीसगढ़ के श्रद्धालुओं की मनाेकामना जोत हो रही है प्रज्ज्वलित

   रायपुर। छत्तीसगढ़ से विदेश जाकर बस चुके अनेक श्रद्धालुओं के मन मस्तिष्क में अपनी माटी और संस्कृति के प्रति गहरी आस्था है। आस्था का यह प...

 

 रायपुर। छत्तीसगढ़ से विदेश जाकर बस चुके अनेक श्रद्धालुओं के मन मस्तिष्क में अपनी माटी और संस्कृति के प्रति गहरी आस्था है। आस्था का यह प्रमाण पुरानी बस्ती के प्रसिद्ध महामाया मंदिर में दिखाई दे रहा है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन समेत अन्य देश में बस चुके श्रद्धालुओं की मनाेकामना जोत प्रज्ज्वलित हो रही है। विदेश में रहकर भी श्रद्धालु अपनी मातृभूमि से जुड़े हैं और महामाया मंदिर में प्रज्ज्वलित कराई गई जोत का आनलाइन दर्शन कर अपने परिवार, राज्य, देश की सुख, समृद्धि की कामना कर रहे हैं। महामाया मंदिर के एकाउंटेंट भावेश शुक्ला बताते हैं कि अपने प्रदेश से सैकड़ों युवा नौकरी, व्यवसाय के लिए विदेश में बस चुके हैं। वे साल दो साल में एक बार अपने पैतृक निवास पर आते हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जो महामाया मंदिर का दर्शन करने विशेष रूप से आते हैं। उन युवाओं में से अनेक युवाओं ने इस साल शारदीय नवरात्र पर मंदिर में मनोकामना जोत प्रज्ज्वलित कराने पंजीयन करवाया है। उनके नाम से जोत प्रज्ज्वलित की गई है। विदेश के अलावा दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में बस चुके युवाओं ने भी आनलाइन पंजीयन कराया है। राजधानी के प्रथम नागरिक महापौर एजाज ढेबर ने महामाया मंदिर में आजीवन जोत के लिए पंजीयन कराया है। अब, उनके नाम से प्रत्येक नवरात्र पर आजीवन जोत प्रज्ज्वलित होगी। 

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