जशपुरनगर । अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रौतिया समाज के हजारों सदस्य मंगलवार को सड़क में उतर आए। सालों से चली आ रह...
जशपुरनगर । अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रौतिया समाज के हजारों सदस्य मंगलवार को सड़क में उतर आए। सालों से चली आ रही मांग की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आक्रोशित लोगों ने कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित दुलदुला थाना क्षेत्र अंर्तगत ग्राम लोरो दोफा के पास सड़क में ही धरना में बैठ गए। इससे सड़क के दोनों ओर भारी और हल्के वाहन जाम में फंस गए। यात्री बसों के सवारियों को इस दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क जाम खुलवाने के लिए आंदोलन स्थल पर मौजूद अपर कलेक्टर आईएल ठाकुर और एएसपी उमेश कश्यप ने आंदोलनकारियों को समझाइश देकर जाम खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन उग्र हो चुके आंदोलनकारियों ने मांग पूरी होने को लेकर शासन स्तर से लिखित आश्वासन पर अड़ते हुए एनएच जाम कर दिया। एक सूत्री मांग को लेकर एक दिवसीय आंदोलन की घोषणा अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद ने किया था। परिषद के आह्वान पर सुबह से हो रही रिमझिम वर्षा के बावजूद बड़ी संख्या में रौतिया समाज के लोग पूरे जिले से लोरो दोफा में जुटे थे। एनएच पर धरना में बैठने से पहले धरना स्थल से कुछ दूर पहले आमसभा का आयोजन किया गया। इस सभा में वक्ताओं ने बीते 70 साल से रौतिया जाति को आदिवासी जनजाति का दर्जा देने की जा रही मांग। समाज ने केंद्र और राज्य सरकार को कई बार ज्ञापन सौंप कर मांग की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है लेकिन शासन प्रशासन ने उनकी मांगों की पूरी तरह से उपेक्षा की है। इसलिए विवश होकर रौतिया समाज को आंदोलन के लिए सड़क पर उतरा पड़ा।
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