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पेड़ से टक्‍कर के बाद तेज रफ्तार कार के उड़े परखच्‍चे, एक की मौत, दो घायल

धमतरी।  छत्‍तीसगढ़ के धमतरी नगरी रोड में कुमारी देवी मंदिर के पास के अंधे मोड़ में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना में कार सवार एक ...

धमतरी।  छत्‍तीसगढ़ के धमतरी नगरी रोड में कुमारी देवी मंदिर के पास के अंधे मोड़ में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना में कार सवार एक युवक की मौत हो गई जबकि उसके दो साथी घायल हुए हैं। तीनों ट्रेक्टर शोरूम के कर्मचारी बताए जा रहे हैं, जो किसी काम से नगरी गए थे। नगरी से धमतरी लौटते समय यह हादसा हुआ। केरेगांव पुलिस थाना से मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार की रात शैलेंद्र गोस्वामी 25 वर्ष निवासी ग्राम तरसींवा, विजय पटेल 35 वर्ष निवासी जालमपुर वार्ड धमतरी एवं गोपी त्रिपाठी 35 वर्ष निवासी रायपुर कार में सवार होकर नगरी से धमतरी लौट रहे थे। कार को शैलेंद्र पुरी गोस्वामी चला रहा था। कार की रफ्तार अधिक होने के कारण धमतरी-नगरी रोड में ग्राम कुम्हडा के कुम्हड़ाइन देवी मंदिर के पास के अंधे मोड़ में कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। घटनास्थल पर ही शैलेंद्र पुरी गोस्वामी की मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही केरेगांव पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। 108 एंबुलेंस से दोनों घायलों को जिला अस्पताल धमतरी भेजा। दो घायलों को हल्की चोटें आई है। उल्लेखनीय है कि कुम्हड़ाइन देवी मंदिर के पास सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। इसका कारण सड़क के दोनों ओर अंजान मोड़ होना है। वाहन चालक अपने वाहन की गति कम नहीं करते अमूल के पास पहुंचने पर हड़बड़ा आ जाते हैं, जिसके कारण कभी वाहन पेड़ से टकरा जाती है तो कभी मंदिर में घुस जाती है। पिछले साल कुम्हड़इन मंदिर के पास भूसे से भरा ट्रक पलट गया। ट्रक भूसा भरकर नगरी क्षेत्र के ग्राम परसा पानी से बालोद जिले के गुंडरदेही जा रहा था। ट्रक में दबने से इसमें सवार मजदूर लोमन ठाकुर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मजदूर गुरेंद्र साहू पिकरीपार, चेतन साहू बरबसपुर, फकीर साहू पेंड्री और संतराम साहू बरबसपुर घायल हो गए थे।कुम्हड़ाइन देवी मंदिर मोड़ धमतरी-नगरी रोड में ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हांकित है। पुलिस ने यहां दुर्घटनाएं रोकने के लिए संकेतक लगाया है। साथ ही स्टटार बनाया गया है, ताकि वाहन चालक यहां पहुंचने के बाद वहां की गति धीमी कर सके। लेकिन यह व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। मंदिर के पास सड़क के दोनों ओर अंधे मोड़ है, जिसके कारण दुर्घटनाएं होती है। यहां पर की तिरछी सड़क को सीधा करना आवश्यक है।

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