बरेली । माफिया अशरफ के गुर्गों की पैरवी और चुनाव हारने के कारण सपा के पूर्व पार्षद और उसके भाई ने एक युवक से दस लाख रुपये की रंगदारी मांग...
बरेली । माफिया अशरफ के गुर्गों की पैरवी और चुनाव हारने के कारण सपा के पूर्व पार्षद और उसके भाई ने एक युवक से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। इस मामले में दोनों के खिलाफ थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। बारादरी के मोहल्ला चक महमूद नगर निवासी नदीम खां का कहना है कि सपा का पूर्व पार्षद फिरदौस खां अंजुम का उनके घर के सामने मकान है। आरोप लगाया है कि फिरदौस अंजुम माफिया अतीक - अशरफ के गैंग का सक्रिय सदस्य है। वह इस गैंग के सदस्य सद्दाम और लल्ला गद्दी आदि की पार्टी और मुकदमों की पैरवी करता है। उन्होंने पुलिस को बताया कि लगभग चार साल पहले फिरदौस अंजुम ने स्टांप विक्रेता तैय्यब सईद जैदी की मदद से वर्ष 2016 के तीन साल पुराने सौ रुपये के निरस्त स्टांप पेपर खरीदकर अपने भाई आफताब खां और चंगेज खां को गवाह बनाकर उनके फेसबुक से फोटो निकाल कर उनका मकान खरीदने का दस्तावेज बना लिया। इस आधार पर आरोपी उनके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं और फर्जी मुकदमे में उन्हें जेल भी भिजवा चुके हैं। इस वजह से वह दहशत में आ गए। मगर मुख्यमंत्री द्वारा माफिया पर कराई जा रही कार्रवाई से उनकी हिम्मत बढ़ी और अब वह उसके खिलाफ कराई कराना चाहते हैं। मगर अब फिरदौस अंजुम चुनाव में हुई अपनी हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहा है और रास्ते में घेरकर उन्हें हत्या की धमकी दे रहा है। साथ ही लल्ला गद्दी और सद्दाम आदि की पैरवी व चुनाव में हुए खर्च के लिए उनसे दस लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा है। रकम न देने पर उन्हें और उनके परिवार को हत्या की धमकी दे रहा है। उनकी तहरीर पर बारादरी पुलिस ने अंजुम फिरदौस, उसके भाई आफताब उर्फ सरवर खां और चंगेज खां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। नदीम खां का कहना है कि फिरदौस खां बारादरी में मुन्ना कुरैशी की हत्या और पुलिस के नाम पर अवैध वसूली के मामले में जेल जा चुका है। उसके खिलाफ और भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
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