Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Thursday, July 17

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

कांग्रेसजन गौठान में जाकर हरेली त्यौहार के आयोजनों में होंगे सम्मिलित

abernews रायपुर।  छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहारों पर पूर्व में घोषित अवकाश के लिये प्रदेश कांग्रे...


abernews रायपुर।  छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहारों पर पूर्व में घोषित अवकाश के लिये प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा स्वागत करते हुये प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस वर्ष भी 8 अगस्त 2021 को छत्तीसगढ़ की पारम्परिक त्यौहार हरेली को स्थानीय गौठानों में कृषि उपकरण एवं गौ-माता की पूजा करते हुये उत्साह एवं हर्सोल्लास के साथ मनाये जाने का निर्णय लिया है। हरेली-तिहार के अवसर पर सुविधानुसार स्थानीय निवासियों के साथ पारम्परिक गेंढी दौड़, नारियल फेक, फुगड़ी, कब्बड़ी, खो-खो, कुर्सी दौड़, सहित विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।

 
8 अगस्त 2021 को अपने-अपने जिला, ब्लाक कांग्रेस कमेटियों के अंतर्गत स्थित गौठानों में भव्य एवं हर्सोल्लास के साथ पारम्परिक रूप से हरेली-तिहार का आयोजन करते हुये कार्यक्रम में जिला, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, मोर्चा, संगठन, प्रकोष्ठ, विभाग के पदाधिकारियों, वरिष्ठ कांग्रेसजनों, कार्यकर्ताओं निर्वाचित जनप्रतिनिधियों सहित आमजनता की सहभागिता सुनिश्ति कर हरेली-तिहार कार्यक्रम को सफल बनायेंगे।
8 अगस्त रविवार को हरेली त्योहार के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेसजनों को निर्देशित किया है कि वे सभी अपने गांव और आसपास के गांव के गौठानों में जाकर हरेली त्यौहार के अवसर के कार्यक्रमों में सम्मिलित हो। इस आशय के निर्देश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के द्वारा सभी जिला कांग्रेस इकाईयों और ब्लाक कांग्रेस इकाईयों का जारी कर दिये गये है। हर साल की तरह कांग्रेसजन भी इस बार हरेली त्योहार में बढ़ चढ़कर भाग लेंगे।

 
हरेली छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार है। इस अवसर पर नागर खेती के औजारो को धोया जाता है उनकी पूजा की जाती है, गाय, गरूवा की पूजा होती है और ग्रामीण परिवेश में हरेली त्यौहार का बहुत ज्यादा महत्व है। हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ वे धार्मिक महत्व के साथ-साथ सांस्कृति महत्व भी रखता है। छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि पर अधारित है इसलिये किसानों के लिये, मजदूरो के लिये मवेशी पालने वाले के लिये हरेली के त्यौहार का बहुत ज्यादा महत्व है।

No comments

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा-यह केवल दस्तावेज नहीं...

हाईटेक नकल का मामला उजागर होने के बाद हरकत में आई पुलिस, दोन...

'मोर गांव मोर पानी' अभियान बना जल संरक्षण का ऐतिहासिक जनांदो...

उद्यानिकी फसल से संतेर पोटाई हुए आर्थिक रूप से सशक्त

निजी विश्वविद्यालय केवल डिग्री न बांटें, गुणवत्तापूर्ण शिक्ष...

प्रधानमंत्री आवास योजना से खुद का पक्का मकान मिलने से खुश है...

बलौदाबाजार को मिला विकास का तोहफ़ा : रामसागर तालाब संवर्धन एव...

अंधेरे से उजाले की ओर : पूवर्ती गांव के अर्जुन की उड़ान

आंगनबाड़ी केंद्रों की बदली तस्वीर : खेलते-खिलखिलाते नन्हे कद...

7 सेंटीमीटर तक चेहरे में घुसा औजार, घायल बालक को जान के जोखि...