रायपुर। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े कई पहलुओं को सामने रखा है। चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। एक श्लोक में चाण...
रायपुर। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े कई पहलुओं को सामने रखा है। चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। एक श्लोक में चाणक्य ने बताया है कि व्यक्ति का आचरण कैसा होना चाहिए। उन्होंने बताया है कि जीवन में क्या गलत और क्या सही है। चाणक्य ने ऐसे चार गुणों का वर्णन किया है जो हर व्यक्ति के अंदर होने चाहिए। कहा जाता है कि इन गुणों वाले लोगों के पास किसी चीज की कमी नहीं रहती है।
चाणक्य नीति के अनुसार, मेहनती और अपने काम को ईमानदारी से करने वालों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। नीति शास्त्र के अनुसार, ऐसे लोग अपने जीवन में सफलता हासिल करते हैं और इन्हें धन का अभाव नहीं होता है। चाणक्य नीति कहती है कि इस संसार में जो व्यक्ति ईश्वर में आस्था और धर्म में आस्था रखता है। ऐसे लोगों को पता होता है कि उन्हें अपने कर्मों का फल भुगतना ही पड़ेगा। ये लोग बुरे कामों को करने से बचते हैं। इस तरह के लोग अपने अच्छे कर्मों से मान-सम्मान कमाते हैं। चाणक्य कहते हैं कि जो लोग अपने काम से मतलब रखते हैं, बेकार की बातों में समय बर्बाद नहीं करते हैं और वाद-विवाद से दूर रहते हैं। ऐसे लोग जीवन को खुशी-खुशी बिताते हैं। कहते हैं कि इन लोगों का कोई शत्रु नहीं होता है। चाणक्य नीति के अनुसार, जो हर लोग हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेते हैं और वर्तमान में जीना पसंद करते हैं। ऐसे लोग परिस्थिति को देखकर अपनी प्लानिंग करते हैं। चाणक्य का मानना है कि इस तरह के लोगों का भविष्य सुरक्षित रहता है।
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