Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Tuesday, July 29

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

17 साल की कोशिश के बाद भी यह शख्स नहीं सीख पाया ड्राइविंग

नई दिल्ली। कुछ लोग जीवन में इस कदर गलतियां कर बैठते हैं कि सालों -साल उन्हें उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। यदि इन गलतियों का वल्र्ड रिकॉर्ड...


नई दिल्ली। कुछ लोग जीवन में इस कदर गलतियां कर बैठते हैं कि सालों -साल उन्हें उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। यदि इन गलतियों का वल्र्ड रिकॉर्ड बन जाए तो आश्चर्य भी कहा जा सकता है। ऐसी ही एक मामला पोलैंड से सामने आया है। जहां एक 50 वर्षीय शख्स १७ साल की कोशिश के बाद भी ड्राइविंग टेस्ट पास नहीं कर पाया। पिछले 17 सालों से ड्राइविंग टेस्ट पास करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हर प्रयास उसे नकाफी साबित हो रहा है। बता दें कि ये शख्स पिछले 17 सालों में 192 बार टेस्ट दे चुका है, जो कि इस देश में एक रिकॉर्ड बन गया है। इतने सालों से ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए प्रयास कर रहे इस शख्स ने अब तक करीब 1 लाख रुपये से भी अधिक फीस का भुगतान कर चुका है। दरअसल, पोलैंड में ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए किसी भी व्यक्ति को एक थ्योरी परीक्षा पास करना होता है और उसके बाद एक प्रैक्टिकल पेपर भी देना होता है। सबसे खास बात तो ये है कि कोई भी व्यस्क कई बार इस परीक्षा में भाग ले सकता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों से गुजरना होता है। थ्योरी के लिए 60 फीसदी अंक और प्रैक्टिकल के लिए 40 फीसदी अंक मिलते हंै। पोलैंड में लोग अक्सर दूसरे या तीसरे प्रयास में ही इस परीक्षा को पास करते हैं। टीवीपी रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले भी एक शख्स ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए 113 बार कोशिश कर चुका है। वहीं एक अन्य शख्स ने ड्राइविंग टेस्ट को पास करने के लिए 40 बार कोशिश की थी। हालांकि, ऐसे केस सामने आने के बाद अब पोलैंड प्रशासन इस बात पर विचार कर रहा है कि क्या किसी व्यक्ति को ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए असीमित मौके दिए जाने चाहिए? अगर कोई शख्स ड्राइविंग टेस्ट को पास नहीं कर पा रहा है, तो उसे सड़कों पर नहीं होना चाहिए। क्योंकि वो दूसरे लोगों के लिए खतरनाक साबित हो  सकता है।
बता दें कि इससे पहले ब्रिटिश मीडिया ने रिपोर्ट किया था कि 42 साल के एक शख्स ने 158 बार कोशिश करने के बाद ड्राइविंग टेस्ट पास किया था। वहीं दक्षिण कोरिया में एक महिला हैरतअंगेज तौर पर 950 बार प्रयास किए थे लेकिन इसके बाद भी उसे सफलता नहीं मिल पाई थी।

No comments

मुख्यमंत्री श्री साय से केरल एवं ओडिशा के सांसदों के प्रतिनि...

मुख्यमंत्री श्री साय से किक बॉक्सिंग पदक विजेता खिलाड़ियों न...

जन्माष्टमी पर होगा राज्य स्तरीय कार्यक्रम : मुख्यमंत्री डॉ. ...

बाघ सहित सभी वन्यजीवों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन का आदर्श ...

ऑपरेशन महादेव` : आतंक पर करारा प्रहार, मुख्यमंत्री विष्णु दे...

मनरेगा से मिला नौनिहालों को सशक्त भविष्य का आधार

मजदूरी से आत्मनिर्भरता तक: रतन चंदेल की प्रेरक यात्रा

बूझमाड़ के बच्चों ने क्रैक की कृषि प्रवेश परीक्षा, ज्ञानगुड़ी ...

आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की लिखित परीक्षा हेतु पात्...

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025: प्रतिभाशाली बच्चों...