रायपुर। पेट काटकर, उधारी लेकर,जमीन-जेवर गिरवी रखकर, बच्चों के स्कूल जाने के लिए,बीमार मां को अस्पताल ले जाने के लिए बाइक खरीदी थी। जिसे चोर ...
रायपुर। पेट काटकर, उधारी लेकर,जमीन-जेवर गिरवी रखकर, बच्चों के स्कूल जाने के लिए,बीमार मां को अस्पताल ले जाने के लिए बाइक खरीदी थी। जिसे चोर ले गए। जिनकी गाड़ियां चोरी हुई हैं वे मुसीबत झेल रहे हैं। कोई आॅटो-बस से सफर कर रहा, कोई लिफ्ट लेकर जा रहा है तो किसी का काम धाम ही बंद हो गया है। सभी परेशान हैं। शहर से हर रोज औसतन तीन गाड़ियां चोरी हो रही हंै। एक-दो हजार पाने के लिए चोर लोगों की 50 हजार से 1 लाख रुपए तक की गाड़ियों को कबाड़ में खपा रहे हैं। पिछले 5 साल में करीब 1500 बाइक चोर ले गए, इनमें से आधी भी बरामद नहीं हुई।
-बहन जॉब करने जाती थी, मां को अस्पताल ले जाते थे, अब परेशानी
29 जनवरी की शाम 6 बजे सरकंडा नूतन चौक रामकृष्ण इन्क्लेव निवासी पवन मोटवानी पिता संतोष मोटवानी 22वर्ष की स्कूटी मगरपारा के एक नर्सिंग होम से चोरी हो गई। ये गाड़ी उनकी बहन कोमल मोटवानी की थी। इसमें वे जॉब करने जाती थी। छोटी बहन स्कूल जाती थी और पवन इससे अपनी मां को अस्पताल लेकर जाते थे। पवन के अनुसार अभी गाड़ी नहीं मिली है। उनके पास दूसरी गाड़ी खरीदने का बजट नहीं है। इसलिए सभी आॅटो रिक्शा से सफर कर रहे हैं।
पहली सेलरी से खरीदी बेटा कॉलेज जाता था
सिविल लाइन निवासी मनीष कुमार पिता देव शैनल कुमार 26वर्ष पीजीडीसीए का छात्र है। उनके पिता पुलिस में है। 28 जनवरी 2021 की रात छग स्कूल ग्राउंड में मैच देखने गया था। आधे घंटे में वापस आया तो उसकी बाइक गायब थी। मनीष ने बताया कि गाड़ी को उनके पापा अपनी पहली सैलरी से खरीदी थी। इसी से ड्यूटी जाते थे।
हर माह 2 से 3 हजार रुपए बचाया, तब खरीदी थी
चिंगराजपारा सुभाष चौक निवासी राहुल देवांगन पिता रमेश देवांगन 18 वर्ष सब्जी बेचते हैं। 12 जनवरी की शाम 6.30 बजे बाइक से बृहस्पति बाजार आए थे। सब्जी बेचने चले गए तो रात 9.30 बजे लौटकर आए तो गाड़ी गायब थी। ये गाड़ी पेट काटकर खरीदी थी। हर माह 2-3 हजार रुपए इसके लिए जोड़ते थे। इससे सब्जी लाते ले जाते थे। अब आॅटो-रिक्शा से आना-जाना हो रहा है।
पत्नी के जेवर बेचकर ली थी, काम छूटा
सरकंडा चांटीडीह निवासी रामरतन तिवारी पिता जीवधन तिवारी 38 वर्ष एक कंपनी के सेल्स एजेंट है। बाइक 12 दिसंबर को सिम्स के स्टैंड से चोरी हो गई। पत्नी के जेवर बेचकर खरीदी थी। इसी जॉब पर जाता थे और मां को इलाज के लिए अस्पताल ले जाते थे। बाइक चोरी होने के कारण वे काम पर नहीं जा पा रहे है।
जिले में वाहन चोर सक्रिय रोज चुरा रहे गाड़ियां
अगर आप अपना वाहन मार्केट या घर के बाहर ऊपर वाला लॉक लगाकर खड़ा कर किसी काम से निकल रहे हैं तो जरा सावधान रहिए। जिले में वाहन चोर गिरोह सक्रिय है। रोजाना औसतन तीन बाइक चोरी होती है। कई बार तो दिन में चार पांच बाइक चोरी हो जाती हैं। पिछले पांच सालों में 1500 बाइक चोरी हो चुके हैं।
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