रायपुर। वीर बाल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित ऐतिहासिक वीर बाल रैली में स्कूली विद्यार्थियों, छात्र-छात्राओं, ...
रायपुर।
वीर बाल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित ऐतिहासिक
वीर बाल रैली में स्कूली विद्यार्थियों, छात्र-छात्राओं, एनसीसी, एनएसएस,
खेल संघों एवं शौर्य खेलों से जुड़े खिलाड़ियों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। सात
हजार से अधिक की संख्या में बच्चे हाथों में शौर्य का नारा लिए तख्तियां
थामे, सिर पर केसरिया रुमाल बांधे हुए जब सड़कों पर निकले, तो रैली का
दृश्य देखते ही बन रहा था।
रैली में विशेष रूप से सिक्ख समाज द्वारा
मार्शल आर्ट गतका का भव्य प्रदर्शन किया गया, जिसमें राजवीर एवं उनकी टीम
ने अद्भुत साहस और अनुशासन का परिचय दिया। इसके साथ ही मंच पर किक
बॉक्सिंग, कराटे एवं अन्य शौर्य खेलों का भी प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ,
जिसने उपस्थित जनसमूह को रोमांचित कर दिया।
मुख्यमंत्री साय ने दिखाई हरी झंडी
वीर
बाल रैली को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने झंडी दिखाकर
रवाना किया। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि “श्री गुरु गोबिंद
सिंह जी के छोटे पुत्र बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी, जिनकी
आयु मात्र 9 और 7 वर्ष थी, उन्होंने आततायी मुगल शासक के आगे झुकना स्वीकार
नहीं किया। धर्म की राह पर अडिग रहकर उन्होंने जिंदा दीवार में चुने जाने
की शहादत स्वीकार की। उनकी शहादत हमें यह शिक्षा देती है कि धर्म के प्रति
दृढ़ रहना और अधर्म का विरोध करना ही सच्चा साहस है।”
मुख्यमंत्री श्री
साय ने राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा की
सराहना करते हुए कहा कि “अल्पसंख्यक आयोग समाज की बेहतरी के लिए निरंतर
कार्य करता आ रहा है। वीर बाल दिवस पर वीर बाल रैली एक अत्यंत सराहनीय पहल
है, जिससे बच्चों में राष्ट्रप्रेम और संस्कार विकसित होंगे।”
वीर बाल दिवस बच्चों में वीरता और राष्ट्रप्रेम का माध्यम : छाबड़ा
इस
अवसर पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा ने कहा
कि “वीर बाल दिवस की घोषणा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
जी द्वारा वर्ष 2022 में की गई थी। छत्तीसगढ़ में भी इस दिवस को
राष्ट्रभक्तों को नमन करते हुए भव्य रूप से मनाया जा रहा है। वीर बाल रैली
एक सशक्त माध्यम है, जिसके द्वारा बच्चों में वीरता, साहस और राष्ट्रभक्ति
के भाव उत्पन्न होंगे। बच्चे देश का भविष्य हैं, और जब वे देश के गौरवशाली
इतिहास को जानेंगे, तभी एक सशक्त भारत का निर्माण होगा।”
वीर बाल दिवस समाज को जोड़ने वाला पर्व : साहिब
केबिनेट
मंत्री गुरु खुशवंत साहिब ने अपने संबोधन में वीर बाल दिवस की महत्ता
बताते हुए इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे समाज को एकजुट करने
वाला पर्व बताया।
वीर बाल दिवस पर ऐतिहासिक वीर बाल रैली, 7 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने किया शौर्य का प्रदर्शन
वरिष्ठ जनों की गरिमामयी उपस्थिति
इस
अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी श्री बलदेव सिंह भाटिया, विधायक पुरंदर मिश्रा,
भूपेंद्र सिंह सवन्नी हरमीत होरा इंदरजीत खालसा गगन हंसपाल जसप्रीत सलूजा
सोनू सलूजा हरकिशन मनिंदर मिन्ने लवली अरोरा श्वेता अरोरा निगम-मंडल एवं
आयोगों के अध्यक्षगण, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं
बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
वीर बाल रैली ने न केवल शौर्य,
साहस और बलिदान की अमर गाथा को जीवंत किया, बल्कि आने वाली पीढ़ी में
राष्ट्रप्रेम, धर्मनिष्ठा और वीरता के संस्कार भी रोपित किए
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