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ग्राम झलारिया पहुंचीं प्रभारी सचिव रीना कंगाले, योजनाओं की हकीकत परखा, "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान में लिया भाग

स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद, पीडीएस और आंगनबाड़ी केंद्रों का किया निरीक्षण बलरामपुर। राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर...



स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद, पीडीएस और आंगनबाड़ी केंद्रों का किया निरीक्षण

बलरामपुर। राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन का जायजा लेने शुक्रवार को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की प्रभारी सचिव और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सचिव रीना बाबा साहेब कंगाले विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पंचायत झलारिया पहुँचीं। उन्होंने योजनाओं के हितग्राहियों से सीधे संवाद कर जमीनी हकीकत जानी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

गांव पहुंचने पर ग्रामीण महिलाओं ने छत्तीसगढ़ी लोक परंपरा अनुसार उनका तिलक लगाकर, पारंपरिक गीतों के साथ आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत आम का पौधा रोपित कर पर्यावरण और भावनात्मक जुड़ाव का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “माँ के नाम लगाया गया पौधा केवल हरियाली नहीं, बल्कि स्नेह और संस्कृति का प्रतीक है।”

लखपति दीदी से संवाद, टमाटर की खेती को सराहा

ग्राम भ्रमण के दौरान उन्होंने स्व-सहायता समूह की सक्रिय सदस्य श्रीमती फूलमती कुमरिया से भेंट की, जो एक एकड़ में टमाटर की खेती कर रही हैं। फूलमती ने बताया कि अब तक 70 हजार रुपये के टमाटर बेच चुकी हैं और आगे “लखपति दीदी” बनने का लक्ष्य है। भावुक क्षण में उन्होंने सचिव को टमाटर से भरी टोकरी भेंट की, जिसे रीना कंगाले ने पूरे सम्मान और आत्मीयता से स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “फूलमती जैसी महिलाएं गांव की नई पहचान गढ़ रही हैं और दूसरों को भी प्रेरणा दे रही हैं।”

पीडीएस और आंगनबाड़ी व्यवस्था की गहन जांच

प्रभारी सचिव ने झलारिया गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर, भंडारण व्यवस्था और वितरण प्रक्रिया की समीक्षा की और स्पष्ट निर्देश दिए कि “कोई भी पात्र हितग्राही राशन से वंचित न हो, यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।”

इसके बाद उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र का अवलोकन किया और पूरक पोषण आहार, बच्चों की उपस्थिति, टीकाकरण, वजन जाँच और साफ-सफाई की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल में कोई लापरवाही न हो तथा केंद्रों की नियमित निगरानी की जाए।

“मोर गांव मोर पानी” अभियान के तहत श्रमदान

प्रभारी सचिव ने जल संरक्षण सप्ताह के अंतर्गत “मोर गांव मोर पानी” अभियान में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी श्रीमती मानकी देवी के निवास पर सोख्ता गड्ढा निर्माण में श्रमदान किया। उन्होंने ग्रामीणों को जल बचाने का आह्वान करते हुए कहा कि “जल संरक्षण केवल शासन की नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी है। जब गांव जागरूक होंगे, तभी जल का भविष्य सुरक्षित रहेगा।”

प्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति

निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर, जनपद सीईओ, महिला स्व-सहायता समूह की सदस्याएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे। सचिव ने सभी को योजनाओं के सही क्रियान्वयन और लाभार्थियों की संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए सजगता और संवेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए।


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