तेलीबांधा परिसर का औचक निरीक्षण करने पहुंची महापौर मीनल चौबे, कहा - “उद्यान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं” रायपुर। तेलीबांधा स्थित मैथिलीशरण ...
तेलीबांधा परिसर का औचक निरीक्षण करने पहुंची महापौर मीनल चौबे, कहा - “उद्यान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं”
रायपुर। तेलीबांधा स्थित मैथिलीशरण गुप्त उद्यान में अव्यवस्था और अनधिकृत झूलों को लेकर नगर निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने बड़ा निर्णय लिया है। गुरुवार को महापौर ने तेलीबांधा परिसर का औचक निरीक्षण किया, जहां उद्यान की हालत और कंपनी की लापरवाहियों को देखकर वे भड़क गईं। निरीक्षण के बाद उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि 24 घंटे के भीतर उद्यान से झूले हटाने की कार्रवाई शुरू की जाए, अन्यथा संबंधित कंपनी का अनुबंध निरस्त कर दिया जाएगा।
निरीक्षण में सामने आईं ये प्रमुख गड़बड़ियां
निरीक्षण के दौरान महापौर के साथ नगर निगम के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, उप अभियंता सहित जोन-03 के आयुक्त व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं, कंपनी के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। निरीक्षण में जो खामियां सामने आईं, वे इस प्रकार हैं:
- सार्वजनिक शौचालय बंद: जल विहार कॉलोनी की ओर बने सुलभ शौचालय बंद पाया गया, जिससे आमजन को परेशानी हो रही है। महापौर ने तत्काल इसे शुरू करने के निर्देश दिए।
- उद्यान में अनधिकृत झूले: मैथिलीशरण गुप्त उद्यान में बहुतायत में झूले लगाए गए हैं, जिससे उद्यान का क्षेत्रफल बहुत कम हो गया है और नागरिकों के लिए खुला स्थान बाधित हो रहा है।
- बोलार्ड लगाने के निर्देश: नेत्र चिकित्सालय के पास बनी पार्किंग से तालाब परिसर की एंट्री पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए बोलार्ड लगाने के निर्देश दिए गए।
- अव्यवस्थित कियोस्क: परिसर में कंपनी द्वारा लगाए गए छोटे-छोटे कियोस्क बेहद अव्यवस्थित पाए गए, जो सौंदर्य और व्यवस्था दोनों को प्रभावित कर रहे हैं।
- पाथवे पर तेज रफ्तार वाहन: पाथवे पर वाहनों की तेज गति से आवाजाही से लोगों की सुरक्षा पर खतरा देखा गया। महापौर ने इसे तुरंत रोकने के निर्देश दिए।
“जनता की धरोहर से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी” – महापौर
निरीक्षण के उपरांत महापौर मीनल चौबे ने कहा कि “मैथिलीशरण गुप्त उद्यान जनता की धरोहर है। इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि झूले तत्काल नहीं हटाए गए तो कंपनी के साथ किया गया सारा अनुबंध रद्द कर दिया जाएगा।”
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उद्यान को मूल स्वरूप में जनता के लिए जल्द उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सुलभ शौचालय को तुरंत चालू कराने का आदेश भी दिया।
महापौर ने साफ कहा कि “कंपनी द्वारा की जा रही अनियमितताओं को तत्काल दुरुस्त करें और अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण कर स्थिति की निगरानी करें।”
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