आरंग/ रायपुर। MATS विश्वविद्यालय, गुल्लू आरंग में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में दिनांक 16 से 20 जून तक पाँच दिवसीय योग शिवि...
आरंग/ रायपुर। MATS विश्वविद्यालय, गुल्लू आरंग में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में दिनांक 16 से 20 जून तक पाँच दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसका समापन 21 जून को भव्य योग कार्यक्रम के साथ हुआ। यह आयोजन विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं योग विभाग के नेतृत्व में आरंग एवं पंडरी कैंपस में सम्पन्न हुआ।
आरंग कैंपस में आयोजित समापन समारोह के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.पी. यादव रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि, “योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं, यह जीवन जीने की पूर्ण पद्धति है जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन की ओर हमें मार्गदर्शन देती है। आधुनिक जीवन की आपाधापी में जहाँ तनाव, चिंता और मानसिक अस्थिरता सामान्य हो गई है, वहीं योग आत्मनिरीक्षण, संयम और स्थिरता प्रदान करता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों के लिए योग आत्मविकास का मार्ग है, शिक्षकों के लिए यह आत्मसंयम का माध्यम और समाज के लिए शांति व सद्भाव का प्रतीक है। कुलपति ने सभी से आह्वान किया कि वे योग को केवल एक दिवस की गतिविधि न मानकर इसे जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाएं। साथ ही यह भी आश्वस्त किया कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय इस प्रकार के योग कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा, जिससे छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को इसका सतत लाभ प्राप्त हो।
पंडरी कैंपस में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा थे। उन्होंने योग को एक समन्वित एवं संतुलित जीवन की कुंजी बताया और कहा कि “योग हमें केवल स्वस्थ नहीं बनाता, यह हमें भीतर से मजबूत और जीवन के प्रति जागरूक बनाता है।”
योग प्रशिक्षण का नेतृत्व आरंग कैंपस में डॉ. योगेश कुमार साहू एवं श्री दिवेश कुमार, तथा पंडरी कैंपस में डॉ. राघव वर्मा ने किया। दोनों परिसरों में विद्यार्थियों, फैकल्टी सदस्यों और विभाग प्रमुखों की सक्रिय भागीदारी रही।
समापन अवसर पर शांति पाठ का आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से सभी को आंतरिक शांति, सामूहिक सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने योग को केवल आसनों तक सीमित न रखते हुए उसे जीवन की एक सकारात्मक, अनुशासित और संतुलित दिशा के रूप में अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. डॉ. के.पी. यादव, एवं कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दीं और योग को जन-जन तक पहुँचाने के विश्वविद्यालय के संकल्प को दोहराया।
योग शिविर एवं समापन कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुख, शिक्षाविद, फैकल्टी सदस्य एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। आयोजन ने न केवल योग के शारीरिक लाभों को उजागर किया, बल्कि इसके आध्यात्मिक एवं मानसिक पहलुओं को भी जनमानस तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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