लखनऊ । हर घर सोलर पैनल लगाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ पूरा करने में योगी सरकार मिशन मोड में...
लखनऊ
। हर घर सोलर पैनल लगाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को उत्तर
प्रदेश में तेजी के साथ पूरा करने में योगी सरकार मिशन मोड में जुटी हुई
है। पीएम सूर्य घर योजना के अंतर्गत युवाओं को सूर्य मित्र के रूप में
प्रशक्षिति करने का कार्य हो रहा है। उत्तर प्रदेश में भी 30 हजार युवाओं
को सूर्य मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाना है। अब तक तीन हजार युवाओं
को प्रशिक्षित किया जा चुका है। गौरतलब है कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में
स्कल्डि मैन पॉवर तैयार करने के लिए राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन के तहत सूर्य
मित्रों को तैयार करने की योजना है, जिससे सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए
कुशल कारीगरों का सृजन हो सके।
दरअसल, फरवरी 2023 में पीएम सूर्य
घर योजना की शुरुआत के बाद पूरे देश में एक करोड़ सोलर रूफ टॉप लगाने का
लक्ष्य है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने
अपनी ओर से प्रदेश में 25 लाख सोलर रूफ टॉप लगाने का संकल्प लिया है। मौजूद
आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 18 लाख से अधिक घरों पर सोलर रूफ टॉप लगाने
के लिए रज्ट्रिरेशन पूरा हो चुका है, जबकि लगभग दो लाख घरों के लिए
अप्लिकेशन भी सबमिट किया जा चुका है। वहीं 10 हजार से अधिक घरों पर सोलर
रूफ टॉप लगाने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
सौर ऊर्जा के
उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने 'नेट बिलिंग/नेट मीटरिंग की
व्यवस्था लागू की है। यही नहीं प्रदेश के 10 लाख घरों पर रूफ टॉप लगाने के
लिए यूपीनेडा को टाटा ग्रुप का भी साथ मिला है। फिलहाल वाराणसी से इसकी
शुरुआत भी हो चुकी है। इतने बड़े पैमाने पर सोलर रूफ टॉप लगने के बाद इस
क्षेत्र में दक्ष युवा मैनपॉवर की आवश्यकता होगी, जिसे देखते हुए यूपीनेडा
की ओर से ट्रेनिंग सेंटरों और जिलों के आईटीआई संस्थानों के माध्यम से 30
हजार सूर्य मित्रों के प्रशक्षिण का लक्ष्य रखा गया है।
विभाग के
अनुसार अबतक 3 हजार सूर्य मत्रिों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है। सरकार
की मंशा है कि सौर ऊर्जा से जुड़े उद्योगों की आवश्यकता को पूरा करने वाले
कुशल और रोजगार योग्य मैन पॉवर (सूर्य मत्रि) को विकसित किया जाए।
सूर्य
मित्रों की ट्रेनिंग की अवधि तीन माह की है, जिसमें कक्षा प्रशिक्षण,
व्यवहारिक प्रयोगशाला, एसपीवी प्लांट एक्सपोजर, सेवाकालीन प्रशक्षिण
(ओजेटी), सॉफ्ट स्किल (आसान कौशल) और उद्यमिता कौशल सहित 600 घंटे की
ट्रेनिंग शामिल हैं। इसके लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास के साथ ही
इलेक्ट्रिशियन, वायरमेन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, फिटर, शीट मेटल में आईटीआई
होना आवश्यक है। सूर्य मित्र प्रशक्षिण कार्यक्रम के बाद प्रशिक्षुओं को
रोजगार दिलाने में भी मदद की जाती है।
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