बिलासपुर। शहर के युवाओं में बाइक के साथ ही कारों की दीवानगी भी बढ़ते जा रही है। यहां की सड़कों पर कारों की कतार नजर आती है, लेकिन ज्यादा...
बिलासपुर। शहर के युवाओं में बाइक के साथ ही कारों की दीवानगी भी बढ़ते जा
रही है। यहां की सड़कों पर कारों की कतार नजर आती है, लेकिन ज्यादातर
युवाओं की कार अलग से पहचानी जा सकती है, क्योंकि शोरूम से कार निकालने के
बाद युवा अपने कार में कई तरह से तब्दीली लाते हैं। इसमे कोई ग्राफिक्स का
सहारा लेता है, तो कोई कार को ही मोडीफाई करा लेता है। इससे कार की लुक में
चारचांद लग जाता है और चमचमाती कार सभी देखने वालों को पसंद आता है। जो
युवाओं की पर्सनालिटी व पसंद को भी दर्शाता है। इसी वजह से चंद सालों में
ग्राफिक्स और कार मोडीफाई कराना शहर के युवाओं की पहली पसंद बन गई
है।इसीलिए युवा वर्ग नई के साथ पुरानी कार को भी पसंद करते हैं। खासतौर से
पुरानी कार खरीदकर उसे नया लुक देने में लगे हैं।
इसमे सबसे पहले
आता है, ग्राफिक्स कराना। इसके अंतर्गत कार में सामान्य से लेकर थ्री डी
स्टीकर लगाए जाते हैं, जो बजट में भी आ जाते हैं। इसमे वे शेर, बाघ,
काटूर्न, फरारी स्टीकर, गन के साथ अन्य प्रकार के आकर्षक डिजाइन से अपने
कार को नया लुक देते हैं। खासतौर से दोनों डोर के साथ कार की बोनेट में इस
तरह के डिजाइन ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इस तरह के स्टीकर लगने से कार
को नया लुक मिल जाता है। इससे इसका लुक रेसिंग कार की तरह हो जाता है। जब
कार चलती है और गाफिक्स पर रोशनी पड़ती है, तो वह अलग से नजर आता है। यह
लुक युवाओं को बेहद पसंद आता है। इसी तरह युवा कारों को मोडीफाई कराने में
भी पीछे नहीं है। इसके लिए ज्यादातर युवा कम कीमत की सेकंड हैंड कार का चयन
करते हैं। इसमे बड़े चक्के लगाना, कार का छत हटा देना, अतिरिक्त रूप से
हेंड लाइट लगाना, व्हील में लाइटिंग आदि तरह से मोडीफाई कराते हैं। यह खर्च
भी युवाओं के बजट में आ जाता है। ऐसे में मोडीफाई कार भी पहली पसंद बनी
हुई है।
पहले कारों में ग्राफिक्स का चलन न के बराबर था। बड़े शहरों
में ही ऐसे कारें दिखती थीं। इसके बाद शहर के कुछ युवा ऐसे भी थे, जो कार
का लुक बढ़ाना चाहते थे। ऐसे में इन युवाओं को अपनी कार को लेकर रायपुर,
नागपुर और पुणे तक जाना पड़ता था, जो काफी महंगा भी पड़ता था। अब युवाओं की
दिवानगी को देखते हुए शहर में भी ग्राफिक्स डिजाइन और कार मोडीफाई करने की
शाप खुल चुकें हैं।
वैसे तो युवाओं को सेडान, एसयूवी ज्यादा पसंद
आते हैं। लेकिन जब ग्राफिक्स की बात आती है, तो वे सेडान शेप कार में
ग्राफिक्स करवाना ज्यादा पसंद करते हैं। क्योंकि ये कारें सामान्य कार से
लंबी होती हैं और इसमे लंबे थ्री डी सटाइल ग्राफिक्स खूब जचता है। इसी तरह
पुरानी जीप और जिप्सी को भी पसंद किया जा रहा है, जो सस्ते मिल जाते है।
इसके बाद जब ये मोडीफाई होती है, तो इसे पहचानना तक मुश्किल हो जाता है।
लुक हट कर आता है, इसमें युवाओं का माचो लुक भी उभर कर आता है।
कार
तो कई कलर में आती हैं। हर कलर की खूबी रहती है, जो इसकी सुंदरता बढ़ा रख
देती है। वहीं कार में कुछ नया करना पसंद करने वाले ज्यादातर वाइट कलर की
कार को पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें की जानी वाली कलाकारी वाइट रंग के
कारण उभर कर आती है। वैसे भी कारों में सफेद रंग को एवर ग्रीन माना जाता
है। वही दूसरा रंग ब्लैक है, जो कार के साथ बाइक की भी सुंदरता बढ़ा कर रख
देती है।
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