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छह साल बाद भी 1.49 करोड़ का आडिटोरियम विद्यार्थियों के काम नहीं आया

  कोरबा । शहर के ईवी पीजी कालेज परिसर में खनिज न्यास के 1.49 करोड़ की लागत से निर्मित आडिटोरियम भवन विद्यार्थियों के काम नहीं आ रहा है। छह ...

 

कोरबा । शहर के ईवी पीजी कालेज परिसर में खनिज न्यास के 1.49 करोड़ की लागत से निर्मित आडिटोरियम भवन विद्यार्थियों के काम नहीं आ रहा है। छह साल पहले तैयार भवन मे विद्युतीकरण का काम अधूरा होने की वजह से कालेज प्रबंधन ने हैंडओवर नहीं लिया है। सभा, सांस्कृतिक गतिविधि सहित विविधि आयोजन के उद्देश्य से निर्मित भवन से खिड़की व दरवाजों की चोरी हो चुकी है। सुरक्षा के नाम पर भवन के प्रवेश द्वार को बेर कांटा से ढंक दिया गया है।तब तक विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं हुआ था। अधूरा निर्माण होने की वजह कालेज प्रबंधन भवन हस्तांतरण नहीं लिया। निर्माण एजेंसी नगर निगम को बनाया गया था।


कालेज प्रबंधन की ओर भवन को पूरा कराने के लिए प्रशासन को कई बार पत्राचार किया गया लेकिन लागत बढ़ने की वजह से काम पूरा नहीं किया जा सका। शहर का लीड कालेज होने की वजह से ईवी पीजी कालेज में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या ढाई हजार है। दो पालियों आयोजित कालेज में सांस्कृतिक गतिविधियों के अलावा शैक्षणिक परिचर्चा का आयोजन के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। आडिटोरियम बनने के अनुमान लगाया जा रहा था कि यहां अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को समस्या मुक्ति मिलेगी, पर यह नहीं हो सका। उपयोगिता के अभाव में भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है। कल्चरल भवन बन गया पीएचई दफ्तर शहर में खनिज मद से बने उपयोगहीन भवन की सूची में केवल आडिटोरियम भवन ही शामिल नहीं

भवन का काम अब भी अधूरा

इससे पहले कालेज के पीछे ग्राम डिंगापुर में कल्चरल भवन का निर्माण किया गया। जिस उद्देश्य के लिए भवन का निर्माण किया गया है वह पूरा नहीं हो सका। भवन के आधे हिस्से में (पीएचई) लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को सौंप दिया गया है। आधा हिस्सा अब भी खाली है। इसी तरह जिला जेल के निकट 14 करोड़ की लागत से कंवेशन हाल की स्वीकृति 2016 में हुई थी। आठ साल बीत जाने के बाद भी भवन का काम अब भी अधूरा है। बालिका छात्रावासों की होगी शुरूआत शासकीय ईवी पीजी कालेज परिसर में आडिटोरियम के अलावा दो बालिका छात्रावासों का भी निर्माण किया गया था। छात्रावासाें में वांछित पदों की स्वीकृति शासन से नहीं होने की वजह से इसकी शुरूआत अभी तक नहीं हो पाई है।

कलेक्टर अजीत वसंत ने कोरबा के पीजी कालेज के अलावा कटघोरा के मुकुटधर पांडेय कालेज परिसर में निर्मित छात्रावासाें के संचालन के लिए खनिज मद राशि स्वीकृति की अनुशंसा की है। इसी कड़ी में आडिटोरियम को भी शुरू करने के लिए कालेज प्रबंधन से प्रशासन ने जानकारी मांगी हैं। राशि स्वीकृति होने पर भवन के अधूरे कार्य शुरू होने के आसार नजर आ रहे हैं। वर्जन कालेज परिसर में निर्मित आडिटोरियम निर्माण कार्य पूरा नहीं होने की वजह से हमने हस्तांतरण नहीं लिया है। समस्या से जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। बालिका छात्रावास के अलावा आडिटोरियम के जीर्णोद्धार की अनुशंसा प्रशासन ने की है। उम्मीद है छात्रावास के साथ आडिटोरियम भी शुरू हो जाएगी। साधना खरे, प्राचार्य, ईवी पीजी कालेज 

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