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चारधाम यात्रा में दर्शन को अब नहीं कोई टेंशन, आपको आसानी से मिल जाएगा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन

हरिद्वार । 10 मई से केदारनाथ-गंगोत्री समेत चारों धामों के शुरुआत होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ जुट रही है। चारों धामों में तीर...

हरिद्वार । 10 मई से केदारनाथ-गंगोत्री समेत चारों धामों के शुरुआत होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ जुट रही है। चारों धामों में तीर्थ यात्री दर्शन करने को सुबह से ही लाइन पर लग रहे हैं। इसी के बीच चारधाम को लेकर एक अच्छी न्यूज आई है। भक्तजनों को ‘भगवान’ के दर्शन के लिए अब कोई टेंशन नहीं होने वाली है। चारों धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी आई है।

ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने के इच्छुक भक्त आसानी से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर दर्शन करने को जा सकते हैं।  हरिद्वार में चारधाम यात्रा को रवाना होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले पांच दिनों से लगातार घट रही है। बुधवार को निर्धारित 4000 पंजीकरण के सापेक्ष 3273 श्रद्धालु अपना पंजीकरण कराने ऋषिकुल मैदान पहुंचे।

वहीं, चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं की संख्या घटने के बाद 80 फीसदी वाहन पार्किंगों में खड़े हैं। इससे ट्रेवल कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रेवल कारोबारी चारधाम यात्रा के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ठोस नीति बनाने की मांग की है।  पिछले दिनों चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। अब चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की कम संख्या होने के बाद प्रशासन को थोड़ी राहत मिली है लेकिन ट्रेवल कारोबारी परेशान हैं। हरिद्वार में करीब 270 रजिस्टर्ड ट्रेवल एजेंसी हैं।

करीब 4500 टैक्सियां, 500 टेंपों ट्रेवल और 300 बसों का संचालन यहां से होता है लेकिन श्रद्धालुओं की घटती संख्या के कारण 80 फीसदी वाहन खड़े हैं। कारोबारियों को नुकसान हो रहा है। उन्हें ऋण की किश्त, वाहनों का मेंटिनेंस और चालक के वेतन की चिंता सता रही है।

उनका आरोप है की बिना ठोस नीति बनाए चारधाम यात्रा शुरू कर दी गई। पिछले दिनों पंजीकरण संख्या निर्धारित होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी। पंजीकरण को लेकर श्रद्धालुओं में मारामारी रही।

हरिद्वार से बिना पंजीकरण के श्रद्धालु वापस लौटे। साथ ही सोशल मीडिया पर चारधाम यात्रा को लेकर दुष्प्रचार होता रहा। इस कारण चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का मनोबल गिरा है। इसका नतीजा है कि निर्धारित पंजीकरण संख्या का नियम समाप्त होने के बाद भी यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घट गई है।

\कारोबारियों ने सीएम से चारधाम यात्रा को लेकर ठोस नीति बनाने की मांग की है। साथ ही यात्रियों को सुव्यवस्थित यात्रा का आश्वासन देते हुए श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए आमंत्रित करने की मांग की है। कहना था कि इस मामले में सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। 

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