Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Thursday, July 3

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

मोटी डंगाल में दबने से ग्रामीण की मौत

 अंबिकापुर। थोड़ी सी असावधानी भी मौत का कारण बन सकती है। सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में ऐसी ही एक घटना हुई जिसमें जिस पेड़ की डंगाल को आध...

 अंबिकापुर। थोड़ी सी असावधानी भी मौत का कारण बन सकती है। सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में ऐसी ही एक घटना हुई जिसमें जिस पेड़ की डंगाल को आधा काटकर ग्रामीण आराम कर रहा था वही पेड़ की डंगाल टूटकर ग्रामीण के ऊपर गिर गया। पेड़ की मोटी डंगाल में दबने से ग्रामीण की मौत हो गई। मैनपाट के प्रमुख पर्यटन स्थल ग्राम परपटिया के ढोलपखना निवासी सुंदर मझवार (50) नजदीक की बस्ती पनहीपखना में खेत की ओर गया था। खेत के बगल में स्थित एक बड़े साल वृक्ष की मोटी डंगाल को काटना शुरू कर।दिया। पेड़ का डंगाल काफी मोटा था। आधा काटने के बाद थोड़ी थक जाने के कारण ग्रामीण उसी पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगा। उसे विश्वास नहीं था कि आधा से अधिक कट चुका डंगाल टूट कर गिर सकता है।  उसी पेड़ के नीचे छांव में लेट गया। इसी बीच तेज हवा चलने लगी और पेड़ का डंगाल टूटकर उसके उपर ही गिर गया। सिर में चोट के कारण घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। जब वह घर नहीं लौटा तो स्वजन मौके पर पहुंचे। मृतक का शव पेड़ की डंगाल के पास ही पड़ा हुआ था। पेड़ में आधा कटे होने का निशान देख वे समझ गए कि घटना थोड़ी सी असावधानी के कारण हुई। तब तक बड़ी संख्या में गांववाले भी पहुंच चुके थे। मैनपाट क्षेत्र में पेड़ो की अवैध कटाई और वनभूमि में कब्जे के लिए जंगल के सफाए की भी शिकायतें सामने आती रहती है।

No comments

स्वास्थ्य मंत्री के सुझाव पर छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी कॉउन्सि...

विद्यार्थियों की बढ़ेगी पहचान, नियमित शिक्षक से पढ़ाई हुई आसान

युक्तियुक्तकरण से बदली तस्वीर : पतरापारा महलोई प्राथमिक शाला...

युक्तियुक्तकरण से संबलपुर स्कूल में शिक्षकों की बहाली, पढ़ा...

रायगढ़ जिले के किसानों को 14 हजार 419 मैट्रिक टन खाद का किया ...

अब ऊर्जा बना पर्यावरण का साथी, न बिजली जाती है न जेब पर भार ...

महतारी वंदन योजना से लाखों महिलाओं की बदली जिंदगी

खरीफ सीजन की मजबूत तैयारी, पिछले साल की तुलना में अब तक 141 ...

सेंट्रिंग प्लेट बना महिलाओं के स्वरोजगार का जरिया

दंतेवाड़ा की बेटियों ने बढ़ाया प्रदेश का मान