आगरा। मैं क्या करूं ये जेल में रहकर आई हैं। पॉक्सो एक्ट में लिप्त होने के कारण इसको जेल हुई थी। मेरे बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ेगा। इसके...
आगरा। मैं क्या करूं ये जेल में रहकर आई हैं। पॉक्सो एक्ट में लिप्त होने के कारण इसको जेल हुई थी। मेरे बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ेगा। इसके संबंध भी किसी और से हैं। यह देखिए एफआईआर की कॉपी। एक पीड़ित पति परिवार परामर्श केंद्र में गुहार लगा रहा था। मामला शाहगंज क्षेत्र का है। पति-पत्नी नौ साल पहले शादी के बंधन में बंधे थे। उनके दो संतान भी हैं। पति का आरोप है कि पत्नी शादी के कुछ साल बाद ही गलत संगत में पड़ गई। बहुत प्रयास किया कि पत्नी में सुधार आए, लेकिन बात बिगड़ती गई। फिर भी मैंने निभाने की कोशिश की। एक साल पहले पत्नी नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म में लिप्त पाई गई। जिसमें उसे पॉक्सो एक्ट के तहत सजा भी हुई। इसके बाद जमानत मिल गई। पत्नी अब बच्चों को अपने साथ रखना चाहती है। वहीं इसके दूसरे आदमी से संबंध हैं। इधर, महिला इस संबंध में कुछ नहीं बोली। उसे अपने बच्चे चाहिए थे। लेकिन, जब बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम अपनी मम्मी के साथ नहीं जाएंगे। पापा के साथ ही रहेंगे। क्योंकि, मम्मी तो जेल में रहकर आई हैं। कभी भी जेल जा सकती हैं। काउंसलर डॉ. अमित गौड़ ने बताया कि दोनों को ही दूसरी काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। जब एक सहेली ही सहेली की सौतन बन गई तो दूसरी सहेली ने अपने पति के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करा दी। यह मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा। मामला रकाबगंज क्षेत्र का है। जहां एक सहेली को अपने पति से सहेली को मिलाना महंगा पड़ गया। महिला का आरोप है कि पति मेरी सहेली से पहले तो मेरे सामने मिलता था। लेकिन, बाद में छिप-छिपकर मिलने लगा। रात-रात भर घर नहीं आता। जानकारी हुई तो विरोध किया। उसने स्वीकार कर लिया कि वो मेरी सहेली से प्यार करता है। लेकिन, अब वो उसे छोड़ देगा। लेकिन उसने चुपके से निकाह कर लिया। पत्नी ने विरोध किया तो घर से गायब हो गया। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा, लेकिन यहां पर भी पति तीन तारीख तक नहीं आया।
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