नई दिल्ली । ज्ञानवापी केस में याचिकाकर्ता राखी सिंह द्वारा राष्ट्रपति को लिखी गई चिट्ठी से बवाल मच गया है। चिट्ठी में राखी सिंह ने उत्पीड़...
नई दिल्ली । ज्ञानवापी केस में याचिकाकर्ता राखी सिंह द्वारा राष्ट्रपति को लिखी गई चिट्ठी से बवाल मच गया है। चिट्ठी में राखी सिंह ने उत्पीड़न का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु (euthanasia) मांगी है। राखी सिंह ने चिट्ठी में लिखा है कि वे शुक्रवार को सुबह 9 बजे तक इंतजार करेंगी। यदि राष्ट्रपति की ओर से कोई संदेश नहीं आया तो वे अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र रहेंगी। राखी सिंह जितेंद्र सिंह विसेन की रिश्तेदार हैं। जितेंद्र सिंह केस में प्रमुख हिंदू याचिकाकर्ता हैं। राखी सिंह और चार अन्य महिला याचिकाकर्ताओं ने अगस्त 2021 में मूल मुकदमा दायर किया था जिसमें हिंदू मूर्तियों की पूजा करने की अनुमति मांगी गई थी, उनका दावा था कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में है। हालांकि, अब इन याचिकाकर्ताओं के बीच मतभेद सामने आए हैं। विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा है कि 'मैं और मेरा परिवार (पत्नी किरण सिंह और भतीजी राखी सिंह) देश और धर्म के हित में विभिन्न अदालतों में दायर किए गए ज्ञानवापी संबंधी सभी मामलों से वापस ले रहे हैं।' उन्होंने यह केस दायर करने को अपनी 'सबसे बड़ी गलती' बताया औऱ हिंदू याचिकाकर्ताओं सहित विभिन्न पक्षों से उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात और सीमित संसाधनों के कारण अब मैं धर्म की यह लड़ाई नहीं लड़ सकता और इसलिए मैं इसे छोड़ रहा हूं। यह समाज सिर्फ उनके साथ है जो धर्म के नाम पर नौटंकी करते हैं और गुमराह करते हैं।
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