abernews। भोपाल, देश में अक्षय उर्जा को बढ़ावा देने एवं लोगों को उर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में केंद्र सरकार के द्वारा ...
abernews। भोपाल, देश में अक्षय उर्जा को बढ़ावा देने एवं लोगों को उर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में केंद्र सरकार के द्वारा सोलर रूफ टॉप संयंत्रों की स्थापना के लिए योजना चलाई जा रही है | योजना के तहत लाभार्थी को सोलर सयंत्र की स्थापना पर सब्सिडी दी जाती है | इन संयंत्रों की स्थापना से उपभोक्ताओं को न केवल सस्ती बिजली प्राप्त होती है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी यह संयंत्र अहम भूमिका निभाते है। सोलर संयंत्र स्थापित करने में जहाँ 4 वर्ष में लागत निकल जाती है वहीँ इसकी आयु भी लगभग 25 वर्ष होती है |
सामझिये क्या है योजना
योजना के अनुसार लाभार्थी को 1kw क्षमता के सिस्टम के लिए लगभग 100 वर्गफीट की आवश्यकता होती है जिससे प्रतिदिन 4 यूनिट kwp का प्रतिदिन उत्पादन किया जा सकता है | उपभोक्ता द्वारा स्वीकृत विद्युत-भार का अधिकतम 80 प्रतिशत क्षमता का रूफटॉप सौर उर्जा संयंत डिस्कॉम द्वारा अनापत्ति-पत्र NOC जारी करने के बाद स्थापित किया जाता है |
बिजली बिल में होगी बचत
रूफटॉप संयंत्र द्वारा उत्पादित उर्जा में से ग्रिड में प्रवाहित उर्जा का संयोजन उपभोक्ता के विद्युत बिल में किया जाता है | ग्रिड में प्रवाहित नेट अतिरिक्त उर्जा का भुगतान, यदि उर्जा 100 यूनिट से अधिक है तो, वितरण निगम द्वारा 3.14 प्रति यूनिट की दर से केवल घरेलु क्षेत्र के उपभोक्ताओं को किया जाता है | नेट अतिरिक्त उर्जा 100 यूनिट से कम होने पर यह उर्जा आगामी विद्युत् बिल में समायोजित हो जाती है |
लगभग 4 वर्ष में कीमत वसूल
भारत-सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रदेश के घरेलू उपभेक्ताओं द्वारा स्थापित 3 किलोवाट क्षमता तक के संयंत्रों पर 40 प्रतिशत अनुदान तथा 3 किलोवॉट से 10 किलोवाट क्षमता तक 20 प्रतिशत राशि अनुदान के रूप में उपलब्ध करवायी जा रही है। इन सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना से प्रति किलोवॉट प्रति दिवस लगभग 4 यूनिट विद्युत का उत्पादन होता है तथा उपभोक्ता द्वारा व्यय की गई समस्त राशि लगभग 4 वर्ष में वसूल हो जाती है तथा संयंत्र की आयु लगभग 25 वर्ष होती है । इन संयंत्रों की स्थापना के उपरांत 5 वर्ष तक रख-रखाव की जिम्मेदारी भी निगम के अनुमोदित वेंडर्स की होती है।
पैनल पर लगने वाली लागत
सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ग्रिड से जुड़ी रूफटॉप सौर योजना के लिए अलग-अलग राज्यों के लिए राज्यों के डिस्कॉम ने छत पर सौर संयंत्र स्थापित करने के लिए दरों(लागत)का फैसला किया है। लाभार्थी को विक्रेता को निर्धारित दर में मंत्रालय द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी राशि को घटाकर रूफटॉप सोलर संयंत्र की लागत चुकानी होगी। यह प्रक्रिया डिस्कॉम के ऑनलाइन पोर्टल पर दी गई है। डिस्कॉम के माध्यम से मंत्रालय द्वारा विक्रेताओं को सब्सिडी राशि प्रदान की जाएगी।
यहां करें आवेदन
एमएनआरई योजना के तहत रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने के इच्छुक आवासीय उपभोक्ता ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और सूचीबद्ध विक्रेताओं द्वारा रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित करवा सकते हैं। डिस्कॉम के माध्यम से मंत्रालय द्वारा विक्रेताओं को सब्सिडी राशि प्रदान की जाएगी। इच्छुक व्यक्तियों को अपने क्षेत्र से संबंधित डिस्कॉम या बिजली कार्यालय में जाकर सम्पर्क कर आवेदन कर सकते हैं | अधिक जानकारी के लिए, संबंधित डिस्कॉमसे संपर्क करें या एमएनआरई के टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 पर डायल करें। अपने डिस्कॉम के ऑनलाइन पोर्टल को जानने के लिए https://solarrooftop.gov.in पर क्लिक करें।
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