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यहां मूत्र का माउथवॉश और डटर्जेंट के रूप में होता था इसतेमाल

  नई दिल्ली। प्राचीन रोम का इतिहास बहुत सुनहरा था। ज्ञान, विज्ञान से लेकर सांस्कृतिक विकास इनका काफी ऊपर था। इस दौरान यहां पर मार्कस ऑरेलियस...

 


नई दिल्ली। प्राचीन रोम का इतिहास बहुत सुनहरा था। ज्ञान, विज्ञान से लेकर सांस्कृतिक विकास इनका काफी ऊपर था। इस दौरान यहां पर मार्कस ऑरेलियस, सेंट अगस्टीन जैसे कई बड़े दार्शनिक पैदा हुए। इन्होंने न केवल मनुष्य और विज्ञान के गूढ़तम रहस्यों को जानने की कोशिश की। दूसरी ओर इन्होंने पूरी चिंतनधारा को बदल कर रख दिया। वहीं रोम के इतिहास के एक अजीबोगरीब पहलू से शायद आप अनभिज्ञ होंगे। आपको शायद ही पता होगा की प्राचीन रोम के लोग अपने मूत्र को माउथवॉश और कपड़े धोने के डिटर्जेंट के रूप में इस्तेमाल करते थे।
ये सुन कर आपको आश्चर्य जरूर हुआ होगा। इसके अलावा प्राचीन रोमन लोग अपने मूत्र का कई और जगहों पर भी इस्तेमाल करते थे। रोमन सभ्यता में मूत्र को काफी मूल्य दिया जाता था। प्राचीन रोम में कपड़े धोने वाले लोग अपनी दुकान के बाहर एक खाली मग या जग रख दिया करते थे। आते-जाते लोग जिन्हें पेशाब लगती थी वह इसमें कर दिया करते थे। इसके सहारे कपड़ों को धोने का काम किया करते थे। यह वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित है कि मूत्र में अमोनिया की मात्रा पाई जाती है। अमोनिया दांत चमकाने के लिए प्राकृतिक तत्व है। अमोनिया दांतों में सडऩ नहीं होने देता। कई चिकित्सा पद्धति में भी मूत्र के कई सारे सकारात्मक गुणों को बताया गया है।
इसके अलावा आपको ये भी जानकर हैरानी होगी कि प्राचीन रोम में मूत्र का व्यापार किया जाता था। यही नहीं इस व्यापार पर बकायदा टैक्स लगता था। यूरीन को बड़ी बड़ी टंकियों में रखा जाता था। इसके बाद कपड़ों को इन टंकियों में डाला जाता था। टंकियों में कपड़ों को डाले जाने के बाद एक शख्स उसमें उतरकर कपड़ों को धोता था।

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