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कोरोना का कहर: पंजाब-छत्तीसगढ़ में मौतें चिंताजनक

   एक्टिव केस में देश के टॉप-10 जिलों में छत्तीसगढ़ का भी एक जिला दूसरी लहर में कुल मौतों में तीन फीसदी छत्तीसगढ़ में नई दिल्ली/रायपुर। कें...

 

 एक्टिव केस में देश के टॉप-10 जिलों में छत्तीसगढ़ का भी एक जिला

दूसरी लहर में कुल मौतों में तीन फीसदी छत्तीसगढ़ में


नई दिल्ली/रायपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पंजाब और छत्तीसगढ़ में सामने आए मौत के आंकड़े गंभीर चिंता का कारण हैं । उन्होंने कहा कि देश के कुल सक्रिय मामलों में से 58 फीसदी मामले अकेले महाराष्ट्र में हैं । राजेश भूषण ने बताया कि देश के 10 जिलों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं। इनमें से सात जिले महाराष्ट्र के, एक कर्नाटक का, एक छत्तीसगढ़ का और एक दिल्ली का है। राजेश भूषण ने छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति को लेकर कहा कि यह राज्य हमारे लिए चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद यहां देश के कुल कोरोना मामलों के छह फीसदी मामले हैं। इसके अलावा देश में कोरोना से हुई कुल मौतों में से तीन फीसदी छत्तीसगढ़ में हुई हैं। संक्रमण की दूसरी लहर ने छत्तीसगढ़ में हालात और गंभीर किए हैं।
रवाना किए गए 50 उच्चस्तरीय दल
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब के लिए 50 उच्चस्तरीय जनस्वास्थ्य दल रवाना किए हैं। ये दल महाराष्ट्र के 30 जिलों में, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में और पंजाब के नौ जिलों में तैनात किए गए हैं। देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से यही तीनों राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र में स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है।
जांच बढ़ाएं
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमने राज्य सरकारों को आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने की सलाह दी है, जिसमें महाराष्ट्र में पिछले कुछ सप्ताहों में कमी देखी गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह कुल की गई जांचों में से केवल 60 फीसदी जांच आरटी-पीसीआर माध्यम से की गई थीं। हमने राज्यों से कहा है कि वे इसे 70 फीसदी या अधिक पर ले जाएं।
इसलिए सबके लिए टीकाकरण नहीं
भूषण ने कहा कि कई लोग पूछते हैं कि सभी के लिए टीकाकरण की शुरुआत क्यों नहीं कर रहे हैं। ऐसे टीकाकरण अभियानों के दो लक्ष्य होते हैं। पहला बीमारी से होने वाली मौतों को रोकना और दूसरा स्वास्थ्य व्यवस्था को बचाए रखना। लक्ष्य यह नहीं है कि जो खरीद सकते हैं उन्हें पहले टीका लगा दिया जाए बल्कि यह है कि पहले टीका उन्हें लगाया जाए जिन्हें जरूरत है।
लॉकडाउन पर कलेक्टर जल्द करें फैसला: सिंहदेव
प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को लॉकडाउन का अधिकार दिया है तो उन्हें जल्द निर्णय लेना चाहिए। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए फैसला लेना चाहिए। मंत्री सिंहदेव ने कहा कि मैं पिछले दस दिन से कह रहा हूं, इस स्थिति की गंभीरता को समझनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को लॉकडाउन के निर्देश दिए हैं। उन्हें इस संबंध में जल्द निर्णय लेना चाहिए। देर होती जा रही है और देर ज्यादा नहीं करनी चाहिए।

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