कोंडागांव। अपने चुनावी घोषणापत्र में संसाधन और अवसर लाने जैसे लोकलुभावन वादे करके सत्ता में आई राज्य की कांग्रेस सरकार ने दो साल में विफलता...
कोंडागांव। अपने चुनावी घोषणापत्र में संसाधन और अवसर लाने जैसे लोकलुभावन वादे करके सत्ता में आई राज्य की कांग्रेस सरकार ने दो साल में विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर लिए हैं। हालात इतने खराब हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र में किसान धनीराम ने आत्महत्या कर ली। किसान आत्महत्या कर रहे हंै और प्रदेश सरकार किसानों को मानसिक रोगी बताती है। एन सी आर बी की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2019 में 233 किसानों और खेतिहरों ने आत्महत्या कर ली। प्रदेश के मुखिया को समझना चाहिए कि जो किसान बोना जानता है, वह काटना भी जानता है, इसलिए इस सरकार की उल्टी गिनती तो शुरू हो चुकी है। उक्त बातें प्रदेश संगठन से जिला प्रभारी प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने आज अटल सदन में आयोजित प्रेस कॉन्फे्रंस में मीडिया से चर्चा के दौरान कही। उक्त प्रेस कॉन्फे्रंस के माध्यम से राज्य सरकार की वादाखिलाफी, धान खरीदी की अव्यवस्था, संग्रहण केन्द्र की वर्तमान स्थिति, रकबा कटौती एवं आगामी 13 जनवरी को आयोजित होने जा रहे विधानसभा स्तरीय प्रदर्शन पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने मीडिया को संबोधित करते कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर सत्ता में आईं कांग्रेस सरकार से वह पूछना चाहते हैं कि नागरिक आपूर्ति निगम में जो 22 लाख मीट्रिक टन चावल पीडीएस के लिए चाहिए उसके लिए डिलीवरी ऑर्डर काटकर धान खरीदी केन्द्रों से धान क्यों नहीं उठवा रहे है?
जब संग्रहण केन्द्रों में 35 लाख मीट्रिक टन की व्यवस्था है तो धान ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट ऑर्डर क्यों नहीं काटे जा रहे हैं? खरीदी केंद्रो में बफर लिमिट को ज्यादा रखा गया है जिस वजह से टीओ व डीओ दोनों नहीं काटा जा रहा। बारदानों की व्यवस्था को चौपट कर खरीदी की व्यवस्था को बिगाड़ा गया है। बारदाना किसान को लाना पड़ रहा है जिसका उसे आधा दाम भी नहीं मिल पा रहा। प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि रकबा में कटौती कर मेड़ के रकबे को काटकर किसानों के साथ अन्याय किया गया है। जब छत्तीसगढ़ का किसान खेत के मेड़ के रकबे का टैक्स पटाता है और लगान भी देता है तो खेत के मेड़ के रकबे की कटौती धान खरीदी में क्यों? किसानों के साथ हो रहे अन्याय, छलावे, षड्यंत्र और वादाखिलाफी को पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ खड़ी है और इसलिए पार्टी द्वारा 13 जनवरी को प्रदेशभर में विधानसभा स्तरीय प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में 22 जनवरी को जिला स्तरीय प्रदर्शन भी होगा। उक्त प्रेस वार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज जैन किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री चंदन साहू, जिला महामंत्री आकाश मेहता, नगर पालिका अध्यक्ष हेमकुवर पटेल मौजूद रहे।
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