नई दिल्ली। दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जो अपने किसी खास विशेषता के लिए मशहूर हैं। कुछ ऐसी ही एक जगह है मेक्सिको सिटी में, जिसे जोन ऑफ साइ...
नई दिल्ली। दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जो अपने किसी खास विशेषता के लिए मशहूर हैं। कुछ ऐसी ही एक जगह है मेक्सिको सिटी में, जिसे जोन ऑफ साइलेंस के नाम से जाना जाता है। यह जगह बहुत ही अजीबोगरीब है, जिसके बारे में जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। यहां होने वाली अजीबोगरीब घटनाओं के बारे में जानकर आपको ये समझ आ जाएगा कि आखिर इस जगह का नाम जोन ऑफ साइलेंस क्यों पड़ा?
यहां की सबसे अजीब बात ये है कि इस जगह पर आते ही दुनिया के तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अपने आप काम करना बंद कर देते हैं। कहते हैं कि यहां कुछ ऐसा है, जिसकी वजह से यहां किसी भी तरह की रेडिया फ्रीक्वेंसी काम नहीं करती है। ये जगह मेक्सिको में चिहुआहुआ रेगिस्तान के नाम से जानी जाती है। आज तक ये पहेली कोई नहीं जान पाया है कि आखिर यहां आकर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस काम करना क्यों बंद कर देते हैं? इस जगह को लेकर और भी कई तरह की बातें कही जाती हैं। दुनियाभर में ये जगह तब चर्चा में आई थी, जब यहां उल्कापिंड गिरा था। पहली बार यहां साल 1938 में एक उल्कापिंड गिरा था। इसके बाद दूसरा उल्कापिंड साल 1954 में इस जगह से टकराया था। इसके बाद से ही लोग इस जगह पर कुछ अजीबोगरीब होने का दावा करते हैं।बताया जाता है कि इस रहस्यमयी जगह पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण क्यों फेल हो जाते हैं, इसको लेकर शोध तब किया गया, जब यहां से गुजर रहा अमेरिका का एक टेस्ट रॉकेट धराशायी हो गया था। इसके बाद वैज्ञानिक जब इस जगह पर पहुंचे तो वो ये देखकर हैरान रह गए कि यहां दिशा कम्पास और जीपीएस चकरी की तरह घूम रहे थे।इस जगह का नाम जोन ऑफ साइलेंस साल 1966 में तब रखा गया, जब एक तेल कंपनी यहां तेल की खोज में आई थी। कंपनी के लोगों ने जब 50 किलोमीटर में फैले इस क्षेत्र पर रिसर्च करना शुरू किया तो वो बेहद परेशान हो गए, क्योंकि उनके सारे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों ने काम करना बंद कर दिया। उन्हें एक भी रेडियो सिग्नल नहीं मिल पा रहा था।
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