रायपुर । राजधानी रायपुर में आगामी 5 व 6 सितंबर को तीन विशेष अवसर एक साथ मनाए जाएंगे— शिक्षक दिवस , ईद मिलादुन्नबी , और अनंत चतुर्दशी । इन ...
रायपुर । राजधानी रायपुर में आगामी 5 व 6 सितंबर को तीन विशेष अवसर एक साथ मनाए जाएंगे—शिक्षक दिवस, ईद मिलादुन्नबी, और अनंत चतुर्दशी। इन पर्वों की पूर्व संध्या पर नगर निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, सभापति श्री सूर्यकांत राठौड़ तथा संस्कृति विभाग अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी ने समस्त नगरवासियों को अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही रायपुर को राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रथम रैंक दिलाने हेतु शहरवासियों से सक्रिय सहभागिता की अपील की है।
"तीन पर्व, एक संदेश—समरसता, श्रद्धा और स्वच्छता"
महापौर मीनल चौबे ने कहा कि 5 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस, उन सभी गुरुओं को समर्पित है जिन्होंने हमें ज्ञान, संस्कार और चरित्र निर्माण की शिक्षा दी है। यह दिन भारत के महान शिक्षाविद् और द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस देश निर्माण में शिक्षकों के योगदान को नमन करने का एक अवसर है।
उसी दिन, 5 सितंबर को ही ईद मिलादुन्नबी का भी पर्व है, जो पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। रायपुर शहर में यह पर्व साम्प्रदायिक सौहार्द, भाईचारे और आपसी प्रेम का प्रतीक बन चुका है। हर्षोल्लास और परंपरागत तरीके से इसे सभी समुदायों के लोग मिलकर मनाते हैं, जिससे रायपुर की गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूती मिलती है।
"अनंत चतुर्दशी पर गणपति बाप्पा को विदाई"
6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा, जो श्रीगणेश उत्सव के दस दिवसीय पर्व का समापन है। इस दिन भक्तगण अपने आराध्य गणपति बाप्पा को श्रद्धापूर्वक विदाई देते हैं और अगले वर्ष फिर आने की प्रार्थना करते हैं। श्रीगणेश को शुभ और लाभ के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है और कोई भी शुभ कार्य उनके आशीर्वाद से ही आरंभ होता है।
महापौर चौबे ने बताया कि ये पर्व आध्यात्म, समाज और संस्कृति के तीन मुख्य स्तंभ हैं, जो नगरवासियों को जोड़ते हैं और सामूहिक चेतना को जाग्रत करते हैं।
"अब समय है रायपुर को देश में नंबर-1 बनाने का"
महापौर मीनल चौबे, सभापति सूर्यकांत राठौड़ और संस्कृति विभाग के अध्यक्ष अमर गिदवानी ने इन सभी अवसरों पर नगरवासियों से एक और अहम आग्रह किया है—रायपुर को स्वच्छता के राष्ट्रीय सर्वेक्षण में नंबर-1 बनाने के लिए सक्रिय भागीदारी करें।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के तहत रायपुर शहर ने अब तक उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। मेट्रो सिटीज श्रेणी में रायपुर वर्तमान में देश में चौथे स्थान पर है, जबकि गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में 7-स्टार रैंकिंग हासिल कर छत्तीसगढ़ का पहला शहर बन चुका है।
"स्वच्छता सिर्फ मिशन नहीं, नागरिकों का दायित्व है"
महापौर ने कहा—
"यह समय है जब हम सब रायपुर की स्वच्छता को लेकर सिर्फ बातें न करें, बल्कि व्यवहारिक रूप से योगदान दें। चाहे वह कचरा न फैलाना हो, डस्टबिन का प्रयोग करना हो या आस-पड़ोस को जागरूक करना—हर छोटा कदम शहर को ऊँचाई पर पहुंचा सकता है।"
सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने कहा कि स्वच्छता अभियान में यदि प्रत्येक नागरिक एक सैनिक की तरह भागीदारी निभाए, तो रायपुर को स्वच्छता में देश का सिरमौर बनाना मुश्किल नहीं। उन्होंने बताया कि आगामी सर्वेक्षण में जनभागीदारी के स्कोर को विशेष महत्व दिया जा रहा है। इसलिए जितनी अधिक जनता सहभागिता दिखाएगी, उतनी ही अधिक संभावनाएं हैं कि रायपुर देश में अव्वल आ सके।
"रायपुरवासियों की एकजुटता से ही संभव है रैंकिंग में छलांग"
संस्कृति विभाग अध्यक्ष अमर गिदवानी ने कहा—
"हमारे शहर ने पिछले कुछ वर्षों में जो प्रगति की है, उसमें सांस्कृतिक आयोजनों से लेकर नागरिक जागरूकता तक, हर पहलू का योगदान है। आने वाले पर्वों के दौरान भी हम यह सुनिश्चित करें कि कचरा प्रबंधन, मूर्ति विसर्जन, सार्वजनिक स्थानों की सफाई जैसे विषयों पर हमारी भूमिका जिम्मेदार नागरिकों की हो।"
"तीन पर्व, एक संदेश—सांप्रदायिक सौहार्द और सामाजिक जिम्मेदारी"
इन पर्वों की पूर्व संध्या पर नगर निगम की यह अपील न केवल शुभकामनाओं का आदान-प्रदान है, बल्कि एक सामूहिक संकल्प का निमंत्रण भी है—हमारा शहर, हमारी जिम्मेदारी।
अब देखना यह है कि रायपुर की जनता इस अपील पर किस स्तर तक अपनी भागीदारी दर्ज कराती है और क्या रायपुर एक बार फिर स्वच्छता की रैंकिंग में पूरे देश में पहले पायदान पर पहुँचता है।
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