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रामाराम मेले में दिखी आस्था व संस्कृति की झलक

   सुकमा। दक्षिण बस्तर होने के कारण रामाराम मेले में तीन राज्यों की संस्कृति व परंपराओं की झलक देखने को मिली साथ ही आस्था का केन्द्र रहा र...

 

 सुकमा। दक्षिण बस्तर होने के कारण रामाराम मेले में तीन राज्यों की संस्कृति व परंपराओं की झलक देखने को मिली साथ ही आस्था का केन्द्र रहा रामाराम में तीन राज्यों के भक्तजन पहुंचे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने माता के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली व शांति की प्रार्थना की। मेले में भक्तो का तांता दिनभर लगा रहा। वही देर शाम को मां रामारामिन की डोली वापस राजवाड़ा के लिए आएंगी। आज सुकमा में मेले का आयोजन रखा गया है। साथ ही रामाराम मेले स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन भी किए गए। मंगलवार को जिला मुख्यालय से करीब 10 दूर स्थित रामाराम मंदिर में आज माता रामारामिन के दर्शन करने के लिए दिनभर भक्‍तों का तांता लगा रहा। सुबह मंदिर के पट खोले गए जिसके बाद राजपरिवार के मनोज देव, किरण देव समेत सदस्यों ने क्षेत्र की शांति और उन्नति की प्रार्थना करते हुए पूजा-अर्चना की। ठीक उसके बाद दिनभर भक्तो का तांता लगा रहा जो देर शाम तक सिलसिला चला।   मेला स्थल पर दूर-दराज से व्यापारी दुकाने लगाने पहुंचे थे। वही शासन की योजनाऐं एंव जागरूकता अभियान को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजन किए गए थे। साथ ही दक्षिण बस्तर का सबसे बड़ा मेला रामाराम जहां संस्कृति व परम्पराओं का सगम देखने को मिला। आज भी पुरानी रीति रिवाज से मेले में पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं रामाराम मेले की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव सहपरिवार रामाराम मेले पहुंचे। वहां पर सबसे पहले माता चिटमिटिन की पूजा व आरती की। साथ ही प्रदेश की खुशहाली व शांति की प्रार्थना की। उसके बाद मंदिर के प्रांगण में पूजा कर रहे है पुजारियों से मुलाकात की और बाहर से आऐ देवी-देवताओं के दर्शन किए। साथ ही राजपरिवार के सदस्य व मंदिर कमेटी के ट्रस्टी मनोज देव व परिवार मौजूद रहा। किरण देव ने कहा कि रामाराम जिले का सबसे बड़ा मेला होता है और ये आस्था का केन्द्र है। आज के बाद जिले में मेलों का आयोजन शुरू होता है। यहां मंदिर को लेकर बहुत मान्यताऐं है। में हर साल यहां पूजा-अर्चना में शामिल होता हूं। मान्यता के मुताबिक देर शाम को माता की डोली वापस सुकमा राजवाड़ा स्थित मंदिर के लिए रवाना होगी। उसके बाद सुकमा में मेले का आयोजन आज होगा। जो दिनभर रहेगा. मेले को लेकिर ट्रस्ट ने सारी व्यवस्था कर ली है। जिला मुख्यालय स्थित राजवाड़ा में मेले का आयोजन होगा। जहां पर दूर-दराज से व्यापारी और भक्तगण पहुंचेते है। 

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