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पीएम मोदी का जागेश्वर धाम में 11 पंडित कराएंगे स्वस्तिवाचन, यह होगा खास

अल्मोड़ा । उत्तराखंड चार धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही यूपी, दिल्ली, एमपी, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहु...

अल्मोड़ा । उत्तराखंड चार धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही यूपी, दिल्ली, एमपी, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। बदरीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री सहित चारों धामों में श्रद्धालुओं क भारी भीड़ देखने को मिली रही है। लेकिन, चिंता की बात है कि हेली सेवा के नाम पर तीर्थ यात्रियों के साथ ठगी की जा रही है। केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को हेली कंपनियों की मनमानी से निराश होना पड़ रहा है। हेली कंपनियां न सिर्फ एडवांस बुकिंग के बावजूद, यात्रियों को सेवा देने में आनाकानी कर रही हैं, बल्कि टिकट निरस्त करते हुए मनमाना चार्ज भी काटा जा रहा है। इस बार हेली टिकट बुकिंग रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी कर रही है। कंपनी ने अपने पोर्टल https// www. heliyatra. irctc. co. in/ के जरिए एक से 31 अक्तूबर तक के लिए 27 सितंबर को ऑनलाइन बुकिंग शुरू की, लेकिन दोपहर 12 बजे बुकिंग प्रारंभ होने के 25 मिनट बाद ही सभी 15 हजार टिकट बुक हो गई। इतनी मारामारी के बाद भी देश-विदेश के जो यात्री सरसी, फाटा, गुप्तकाशी हेलीपैड पर पहुंच रहे हैं, उन्हें भी सेवा नहीं मिल रही है। कंपनियां बहाने बनाकर, काउंटर बुकिंग वालों को अधिक रेट पर टिकट बेचने को प्राथमिकता दे रही हैं। हेली सर्विस में मनमानी से चारधाम के इंतजामों पर लगा बट्टा लग रहा है। यात्रा में शामिल कई बुजुर्ग तो पैदल यात्रा या घोड़ा-खच्चर की भी सेवा लेने की स्थिति में नहीं होते हैं। इससे उन्हें बाबा के दर पर आकर निराश लौटना पड़ रहा है। इससे न सिर्फ उनकी भावनाएं आहत हो रही हैं, बल्कि उत्तराखंड राज्य और सरकार की छवि भी प्रभावित हो रही है। इस साल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से एक दिन पहले, 24 अप्रैल को धाम में ही यूकाडा के वित्त नियंत्रक अमित सैनी की हेलीकॉप्टर के टेल रोटर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। उस वक्त यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर भी हेलीपैड पर मौजूद थे। यूकाडा ने इसके लिए क्रेस्टल एविएशन को जिम्मेदार मानते हुए। कंपनी की सेवाओं पर रोक लगा दी थी, लेकिन जांच पूरी हुए बिना ही कंपनी मई अंत से ऑपरेशन शुरू कर चुकी है। यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि डीजीसीए जांच रिपोर्ट आने तक कंपनी को संचालन की अनुमति दे चुकी है, कंपनी अब एक जगह से ही उड़ान भर रही है। यूपी के तीर्थ यात्री का कहना था कि हेली सेवा के नाम पर वह ठगी का शिकार हो चुके हैं। बिहार के यात्री बिपरेंद्र झा माधव ने केदारनाथ धाम के लिए नौ लोगों की टिकट बुक कराई थी, वो तय समय पर शनिवार को सिरसी हेलीपैड पहुंचे, लेकिन खराब मौसम की जानकारी देते हुए, कंपनी ने उड़ान से मना कर दिया। झा ने बताया कि रविवार को उन्हें मौका देने के बजाय, उनके टिकट एकतरफा निरस्त कर 1800 रुपये काट दिए गए। जबकि अभी उनकी रविवार को केदारनाथ से वापसी की टिकट सुरक्षित थी। इस पर उन्होंने यह मामला पर्यटन सचिव, सचिन कुर्वे की जानकारी में पहुंचाया, कुर्वे के हस्तक्षेप के बाद कंपनी ने उन्हें नए सिरे से फ्लैक्सी मॉडल के तहत ज्यादा किराया देकर टिकट बुक करते हुए, रविवार साढ़े 11 बजे हेलीपैड बुलाया। लेकिन दूसरी बार टिकट बुक करने के बावजूद उन्हें दिनभर केदारनाथ नहीं ले जाया गया। यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि क्रेस्टल एविएशन को लेकर कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इसी क्रम में कंपनी को नोटिस जारी किया गया है, कंपनी का जवाब आने के बाद विभाग इस पर उचित कार्रवाई करेगा। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ कंपनियों की ज्यादा शिकायतें आ रही है, विभाग सभी प्रकरणों में जांच कर जुर्माना लगाने या लाइसेंस निलंबित करने जैसा कदम उठा सकता है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि हेली कंपनियों पर राज्य का नियंत्रण न के बराबर रहता है। इस कारण बहुत प्रयासों के बावजूद, सरकार गड़बड़ियों पर लगाम नहीं लगा पाती है। एक मामले में विभागीय टीम को जांच के दौरान एक कंपनी से दुर्व्यहार का शिकार होना पड़ा। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इन कंपनियों को संरक्षण कौन प्रदान कर रहा है।

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