Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Thursday, July 3

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

छत्तीसगढ़ में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए वन विभाग ने ग्लोबल टाइगर फोरम संस्थान से अनुबंध किया

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए वन विभाग ने ग्लोबल टाइगर फोरम संस्थान से अनुबंध किया है। इनकी सलाह से बाघों के अनुकूल रह...

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए वन विभाग ने ग्लोबल टाइगर फोरम संस्थान से अनुबंध किया है। इनकी सलाह से बाघों के अनुकूल रहवास की पहचान की जा रही है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में कोर इलाके के करीब 78.78 वर्ग किलोमीटर में 25 गांवों को पुनर्स्थापन (शिफ्टिंग) करने की योजना है। इनमें छह गांव काे हटाकर दूसरे जगह बसाया जा चुका है। तीन का अंतिम चरण में है। अभी 16 गांव बाकी हैं। इसके बाद रिजर्व में दो मादा बाघ और एक नर बाघ छोड़ा जाएगा। इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से दो मादा बाघ और एक नर बाघ छत्तीसगढ़ को देने का अनुरोध किया है। जिन राज्यों में बाघों की संख्या ज्यादा है वहां से बाघ लाने से प्रदेश में बाघों का कुनबा बढ़ाने को राज्य सरकार ने यह नीति बनाई है। इसे रि-इंट्रोडक्शन फार्मूला कहा जाता है।इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से दो मादा बाघ और एक नर बाघ छत्तीसगढ़ को देने का अनुरोध किया है। जिन राज्यों में बाघों की संख्या ज्यादा है वहां से बाघ लाने से प्रदेश में बाघों का कुनबा बढ़ाने को राज्य सरकार ने यह नीति बनाई है। इसे रि-इंट्रोडक्शन फार्मूला कहा जाता है। फिलहाल अचानकमार टाइगर रिजर्व में एक मादा बाघ को छोड़ा गया है। वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम ने मादा बाघ को रेडियो कालर लगाया है ताकि अचानकमार के अनुकूल रहवास को समझा जा सके। इसके लिए वन विभाग ने निगरानी टीम को पन्ना टाइगर रिजर्व में विशेष रूप से प्रशिक्षित कराया है। इस टीम में भारतीय वन्यजीव संस्थान के दो रिसर्च स्कालर और वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम भी विशेष रूप से तैनात हैं। 


No comments

राजभवन के अधिकारियों को स्थानांतरण पर दी गई बिदाई

हमने सच्चे राष्ट्र सेवक, संवेदनशील प्रशासक और एक महान व्यक्त...

छत्तीसगढ़ सरकार ने डीएपी की कमी पूरा करने पुख्ता वैकल्पिक व्य...

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों का किया द...

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्...

बागेश्वर धाम में टेंट गिरने से 1 की मौत, कई घायल

विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हुई राज सैनी की पेंटिंग

ईसीआरपी एवं नाबार्ड योजनाओं से ग्रामीण अंचलों में पहुंची आधु...

मुख्यमंत्री श्री साय ने जीएसटी विभाग की समीक्षा बैठक में कर ...

एकमुश्त चावल वितरण की समयावधि 31 जुलाई 2025 तक बढ़ाई गई