Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Thursday, June 26

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

चालू हो गया बदरीनाथ हाईवे; भूस्खलन के बाद 17 घंटे रहा था बंद, श्रद्धालुओं ने गाड़ियों में गुजारी रात

 चमोली । भारी बारिश के कारण गुरुवार को चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन हुआ था। भूस्खलन के बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था। इ...

 चमोली । भारी बारिश के कारण गुरुवार को चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन हुआ था। भूस्खलन के बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था। इस दौरान प्रशासन को दोबारा बदरीनाथ हाईवे पर यातायात बहाल करने के लिए प्रशासन को 17 घंटे का समय लग गया। शुक्रवार को सुबह करीब 3 बचे बदरीनाथ हाईवे को यात्रियों के लिए फिर से चालू कर दिया गया है। राजमार्ग बंद होने के कारण रास्ते में फंसे सैंकड़ों श्रद्धालू रास्ते में ही फंस गए थे। चमोली के अतिरिक्त सूचना अधिकारी रविंद्र नेगी ने बताया कि राजमार्ग बृहस्पतिवार सुबह करीब 10 बजे बंद हो गया था और शुक्रवार तड़के साढ़े तीन बजे के आसपास इस पर यातायात बहाल कर दिया गया। बदरीनाथ हाईवे बंद हो जाने के बाद हजारों श्रद्धालू रास्ते में ही फंसे रहे। इस दौरान लोगों को लगभग 17 घंटे तक गाड़ियों में समय गुजारना पड़ा। नेगी के मुताबिक, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब से लौट रहे वाहनों को सबसे पहले निकाला गया। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने राजमार्ग पर फंसे लोगों के लिए बिरही, चमोली और पीपलकोटी में ठहरने की व्यवस्था की थी तथा उन्हें भोजन मुहैया कराया। बदरीनाथ राजमार्ग पर छिनका के पास बृहस्पतिवार सुबह 9.50 बजे के आसपास भूस्खलन हुआ था, जिससे राजमार्ग का 100 मीटर हिस्सा प्रभावित हुआ था। भारी बारिश के बाद चमोली में भूस्खलन के बाद बदरीनाथ में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था। राजमार्ग बंद हो जाने के बाद राजमार्ग पर ही यात्री फंस गए थे। इस दौरान हजारों यात्रियों को सड़क पर ही 17 घंटे गुजारने पड़े। यात्रियों को अपनी गाड़ी के अंदर ही रात भी गुजारनी पड़ी। भारी बारिश थमने के बाद प्रशासन ने मलबा हटाने का काम शुरू किया और लगभग 17 घंटे के बाद राजमार्ग को फिर से चालू करने में कामयाबी मिली। तड़के लगभग 3 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर से चालू हो गया और यात्रियों को आगे जाने की अनुमति मिल गई।

No comments

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को रथयात्रा की ...

नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की नई रेखा: अंतिम चरण में रे...

एक पेड़ मां के नाम 2.0: मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आम का पौधा ...

उत्तरप्रदेश के राज्य मंत्री संजय सिंह गौड़ ने मंत्री रामविचार...

बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्म...

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे को ...

वर्ष 2025-26 के लिए आर्थिक रूप से कमजोर होनहार युवा कलाकारों...

शीघ्रलेखन एवं मुद्रलेखन कंप्यूटर कौशल परीक्षा 29 जून और 5 जु...

मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक में धान के त्वरित निराकरण हेत...

जीवनोपयोगी ज्ञान से ही मिलेगी सच्ची सफलता: मंत्री राजवाड़े