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भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर रेलवे ने दी अनोखी श्रद्धांजलि, कबाड़ से बनाई 7.8 फीट ऊंची प्रतिमा

abernews । APJ Abdul Kalam Death Anniversary: आज 26 जुलाई देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से विख्यात डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की प...


abernews । APJ Abdul Kalam Death Anniversary: आज 26 जुलाई देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से विख्यात डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि है। इस मौके पर भारतीय रेलवे ने उनको अनोखी श्रद्धांजलि अर्पित की है. भारतीय रेलवे ने बेंगलुरु के यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की एक खूबसूरत और आकषर्क प्रतिमा बनाई है.भारतीय रेलवे के इंजीनियरों ने इस प्रतिमा को एक महीने 15 दिन में बनाकर तैयार किया है।
इस प्रतिमा की सबसे अनोखी बात यह है कि इसे बनाने में उन चीजों का इस्तेमाल किया गया है, जो भारतीय रेलवे के लिए इस्तेमाल के लायक नहीं थीं. डॉ. कलाम की यह मूर्ति गोल्डन कलाकृति की है. रेलवे ट्रैक के बीच की रिक्त स्थान पर इस प्रतिमा को स्थापित किया गया है। इस प्रतिमा को बनाने में नट- बोल्ट, साबुन के कंटेनर, स्पंज के टुकड़े, तार की रस्सी आदि चीजों का इस्तेमाल किया गया है।
कर्नाटक के यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर दक्षिण-पश्चिम रेलवे ने बहुत ही कलात्मक तरीके से पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को सम्मान देते हुए इस आकर्षक पमूर्ति को बनाया है. इस रेलवे स्टेशन से विस्टाडोम कोच, दुरंतो तथा संपर्क क्रांति सहित प्रतिदिन 200 से अधिक रेलगाड़ी गुजरती हैं, इस प्रतिमा का वेट 800 किलोग्राम है तथा इसकी हाइट 7.8 फीट है।
इस प्रतिमा को भारतीय रेलवे के मेकेनिकल डिपार्टमेंट के इंजीनियरों ने निर्मित किया है. प्रतिमा का निर्माण के लिए सबसे पहले मिट्टी का एक मॉडल तैयार किया गया था. उसके बाद प्लास्टिक ऑफ पेरिस का एक मोल्ड बनाया गया. इसी के आधार पर नट-बोल्ट तथा धातुओं को मोल्ड कर प्रतिमा का रूप दिया गया. इस आकषर्क प्रतिमा की तस्वीरें रेलवे ने ट्विटर पर भी साझा की हैं।
22 जुलाई बुधवार को भारतीय रेलवे द्वारा किए गए इस पोस्ट को अब तक 2,500 से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. लोग इस प्रतिमा की जमकर तारीफ कर रहे हैं. इसे लेकर लोग तरह-तरह की अपनी  प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं. रेलवे की इस क्रिएटिविटी को देखकर लोग तारीफ भी कर रहे हैं और चकित भी होते दिख रहे हैं. कई लोगो ने इस पहल की सराहना भी कर रहे हैं।

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