Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

भगवान श्री हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए करें ये विशेष उपाय

रायपुर।  जैसे के आप सभी जानते ही हैं के आज मंगलवार है और आज के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। मंगलवार को हनुमान जी का दिन भी...


रायपुर। जैसे के आप सभी जानते ही हैं के आज मंगलवार है और आज के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। मंगलवार को हनुमान जी का दिन भी कहा जाता है। यही नहीं बल्कि माना जाता है के इस दिन जो व्यक्ति इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना दिल से करता है उसे मनचाहा वरदान और उसके जीवन में हनुमान जी कभी किसी भी प्रकार का संकट नहीं आने देते। जी हाँ, मान्यताओं के अनुसार मंगलवार के दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय होते हैं, जिन्ही को देखते हुए सभी भक्तों को करने चाहिए। तो चलिए इसी के साथ आपको बताते हैं मंगलवार के दिन के लिए वो विशेष उपाय -

मंगलवार के उपाय-
-  मंगलवार को जरूर राम मंदिर में जाएं। हनुमान जी के श्री रूप के मस्तक का सिंदूर दाहिने हाथ के अंगुठे से लेकर सीता माता के श्री रूप के श्री चरणों में लगा दें और प्रार्थना करें। 

- मंगलवार के दिन सुबह धागे में चार मिर्चें नीचे तथा तीन मिर्चें ऊपर और बीच में नीबू पिरोकर घर और व्यवसाय के दरवाजे पर लटका दें। 

- काले तिल, जौ का आटा और तेल मिला कर आटा गूंथ लें। इस आटे से एक रोटी बना कर उस पर तेल और गुड़ चुपड़ कर जिस को नजर लगी हो उस पर से सात बार उवारकर भैंसे को खिलाएं। 

- छोटा बच्चा अधिक रोता हो तो रविवार अथवा मंगलवार के दिन नीलकंठ का पंख लेकर जिस पलंग पर बच्चा सोता है उसमें लगा दें। शीघ्र ही बच्चे का रोना समाप्त हो जाएगा। 

- छोटा बच्चा सोते समय डर जाता हो तो मंगलवार अथवा रविवार के दिन फिटकरी का एक टुकड़ा बच्चे के सिरहाने रख दें। 

- मंगलवार  को शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र व गुलाब की माला चढ़ाएं। हनुमान जी को खुश करने का यह सबसे सरल उपाय है। 

- जीवन की समस्त समस्याओं के निवारण के लिए हनुमान जी के मंदिर में जाएं और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। 

- मंगलवार की शाम को हनुमान मंदिर में जाएं और एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं तत्पश्चात वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।

No comments